प्रिय विद्यार्थियों आप सभी का स्वागत है आज हम आपको सत्र 2023-24 के लिए Class 10 भूगोल Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ Notes PDF in Hindi कक्षा 10 सामाजिक विज्ञान नोट्स हिंदी में उपलब्ध करा रहे हैं |Class 10 Samajik Vigyan Ke Notes PDF Hindi me Chapter 7 Raashṭriiy arthavyavasthaa ki jiivan rekhaaen Notes PDF
Class 10 भूगोल Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ Notes PDF in Hindi
Class 10 Social Science [ Geography ] Bhugol Chapter 7 Lifelines of National Economy Notes In Hindi
10 Class भूगोल Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ Notes in hindi
Textbook | NCERT |
Class | Class 10 |
Subject | भूगोल Geography |
Chapter | Chapter 7 |
Chapter Name | राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ Lifelines of National Economy |
Category | Class 10 भूगोल Notes in Hindi |
Medium | Hindi |
अध्याय = 7
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
Class 10 सामाजिक विज्ञान नोट्स
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
परिवहन के साधन तथा सड़कों का वर्गीकरण
परिवहन के साधन:- वस्तुओं एवं व्यक्तियों को एक स्थान से दूसरे स्थान ले जाने की प्रक्रिया को परिवहन कहते है। परिवहन के साधनों का तीन भागों में वर्गीकरण किया जाता है:-
- स्थल– स्थल मार्ग से तात्पर्य भूमि मार्ग के द्वारा वस्तुओं तथा व्यक्तियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने से है। सड़क मार्गों, रेल मार्गों, एवं पाइपलाइनों जैसे साधनों का विकास विशिष्ट सामग्रियों को विशिष्ट परिस्थितियों में परिवहन की माँग को पूरा करने के लिए किया गया।
- सड़क परिवहन
- रेल परिवहन
- पाइपलाइन
- जल– भारत में जल मार्ग परिवहन का सबसे सस्ता साधन है तथा भारी सामान के लिए उपयोगी है, भारत में जल मार्ग परिवहन का सबसे सस्ता साधन है तथा भारी सामान के लिए उपयोगी है। इसमें मार्गों का निर्माण नहीं करना पड़ता। क्योंकि महासागर एक दूसरे से जुड़े होते है। जल परिवहन को दो भागों में विभक्त किया जाता है।
- आंतरिक जल परिवहन
- समुद्री परिवहन
- वायु– वायुमार्ग द्वारा एक स्थान से दूसरे स्थान पर आवागमन का साधन है। यह भारत जैसे देश के लिए बहुत उपयोगी है क्योंकि यहाँ पर दूरियाँ अधिक लम्बी है तथा भू-भाग एवं जलवायवी दशाएँ विविधतापूर्ण है।
- घरेलू विमान सेवा
- सार्वजनिक प्राधिकरण
- निजी विमान सेवा
- अंतर्राष्ट्रीय विमान सेवा
- घरेलू विमान सेवा
- भारत विश्व के सर्वाधिक सड़क जाल वाले देशों में से एक है, यह सड़क जाल लगभग 54.7 लाख किमी. है।
सड़कोंं का सक्षमता के आधार पर वर्गीकरण:-
- स्वर्णिम चतुभुर्ज महा राजमार्ग
- राष्ट्रीय राजमार्ग
- राज्य राजमार्ग
- जिला मार्ग
- अन्य सड़केंं
- सीमांत सड़कें
स्वर्णिम चतुर्भुज महा राजमार्ग:-
- दिल्ली-कोलकत्ता, चेन्नई-मुंबई व दिल्ली को जोड़ने वाला 6 लेन वाला महाराजमार्ग।
- उत्तर-दक्षिण गलियारा जो श्रीनगर को कन्याकुमारी से जोड़ता है।
- पूर्व-पश्चिम गतियारा जो सिलचर तथा पोरबंदर को जोड़ता है।
- इस महाराजमार्ग का प्रमुख उद्देश्य भारत के महानगरों को आपस में जोड़ना है।
- यह राजमार्ग परियोजना राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) के अधिकार क्षेत्र में हैं।
राष्ट्रीय राजमार्ग:-
- राष्ट्रीय राजमार्ग देश के दूरस्थ भागों को जोड़ता है।
- ये प्राथमिक सड़क तंत्र है।
- इनका रखरखाव केंद्रीय लोक निर्माण विभाग (CPWD) के अधिकार क्षेत्र मे है।
राज्य राजमार्ग:-
- राज्यों की राजधानियों को जिला मुख्यालयों से जोड़ने वाली सड़कें राज्य राजमार्ग कहलाती है।
- राज्यों व केन्द्रशासित प्रदेशों में इनकी व्यवस्था तथा निर्माण की जिम्मेदारी सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) का होता है।
जिला मार्ग:-
- ये सड़कें जिले के विभिन्न प्रशासनिक केंद्रों को जिला मुख्यालय से जोड़ती है।
- इन सड़कोंं की उत्तरदायित्व जिला जिला परिषद् का है।
अन्य सड़कें:-
- ये सड़कें ग्रामीण को शहरों को जोड़ती है।
- प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क परियोजना के तहत इन सड़कोंं के विकास को विशेष प्रोत्साहन मिला है। उद्देश्य उत्तर तथा करना है।
सीमांत सड़कें:-
- भारत सरकार प्राधिकरण के अधीन सड़कोंं की देख-रेख करता है।
- यह संगठन 1960 में बनाया गया जिसका उत्तर पूर्वी क्षेत्रों में सामरिक महत्त्व की सड़कोंं का निर्माण इन सड़कों के विकास से दुर्गम क्षेत्रों में आवाजाही सरल हुई हैं।
Class 10 भूगोल Chapter 7 राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएं
Class 10 सामाजिक विज्ञान नोट्स
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
रेल परिवहन तथा पाइपलाइन
भारत में रेल परिवहन:- भारत में पहली रेल लार्ड डलहौजी के कार्यकाल में 16 अप्रैल 1853 को मुंबई से थाणे के लिए चलाई गई थी। इसकी दूर 34 किलोमीटर थी और भारत की दूसरी रेल लाईन 1854 में कोलकाता से रानीगंज के बीच बिछाई गई। भारतीय रेल प्रणाली एशिया की सबसे बड़ी एवं विश्व की तीसरी सबसे बड़ी रेल प्रणाली है।
- रेल परिवहन का एक साधन है। जिसके द्वारा यात्रियों एवं माल को एक स्थान से दूसरे स्थान आसानी से पहुँचाया जाता है।
- रेल परिवहन, वस्तुओं तथा यात्रियों के परिवहन का प्रमुख साधन है।
- रेल परिवहन अनेक कार्यों में सहायक है जैसे-व्यापार, भ्रमण, तीर्थ यात्राएँ व लम्बी दूरी तक सामान का परिवहन आदि।
- देश के विभिन्न हिस्सों को आपस में जोड़कर राष्ट्रीय एकीकरण में सहायक व उद्योग व कृषि के तीव्र गति से विकास के लिए उत्तदायी है।
- भारतीय रेल परिवहन को 16 रेल प्रखंडों में पुनः संकलित किया है।
समस्या:-
- बिना टिकट यात्रा करना।
- चोरी व रेल संपत्ति को नुकसान।
- बिना वजह चेन खींचकर रेल रोकना।
- रेलों का समय से न चलना।
रेल की अपेक्षा सड़क परिवहन के लाभ:- सड़क परिवहन का निर्माण और रख-रखाव रेल परिवहन की अपेक्षा सस्ता है। यह गावों और शहरों को आपस में जोड़ती है। भारत की सड़क प्रणाली विश्व की तीसरी बड़ी सड़क प्रणाली है। देश के सड़क नेटवर्क को चार भागों में विभाजित किया जाता है। राष्ट्र्रीय राजमार्ग, राज्यों के राजमार्ग, बड़ी एवं जिला सड़कें, ग्रामीण सड़कें।
- निर्माण लागत कम
- उबड़–खाबड़ व विच्छिन्न भू-भाग पर बनाई जा सकती है।
- कम दूरी व वस्तुओं के लिए कम खर्चीली।
- घर-घर तक सेवाएँ उपलब्ध करवाती हैं।
- अन्य परिवहन के साधनों को आपस में जोड़ती है।
पाइपलाइन:- पाइपलाइन का उपयोग शहरों तथा गाँवों में निम्नलिखित कार्यो के लिए किया जाता है-
- पहले शहरों में उद्योगों तथा घरों में पानी पहुँचाने के लिए।
- अब कच्चा तेल, पेट्रोल व प्राकृतिक गैस को शोधनशालाओं उर्वरक कारखानों तथा ताप विद्युत गृह तक पहुँचाना।
- ठोस पदार्थ को तरल अवस्था में परिवर्तित करके पहुँचाना।
महत्वपूर्ण पाइपलाइन के जाल:-
- असम से कानपुर
- गुजरात (सलाया) से जालंधर तक
- गुजरात के हजीरा से विजयपुर होते हुए जगदीशपुर तक
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ कक्षा 10 भूगोल अध्याय – 7
Class 10 सामाजिक विज्ञान नोट्स
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
जल परिवहन
जल परिवहन:- जलमार्गों के द्वारा एक जगह से दूसरी जगह जाना जल परिवहन कहलाता है। प्राचीन समय से ही यातायात के साधन के रूप में जलमार्गों का प्रयोग हो रहा है। केंद्रीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण की स्थापना सन 1987 में की गई थी। जल परिवहन के साधन जैसे- स्टीमर, मोटरबोट, पनिया जहाज इत्यादि।
जल परिवहन के लाभ:-
- सबसे सस्ता परिवहन का साधन
- स्थूल व भारी सामान के ले जाने में सहायक
- ऊर्जा सक्षम तथा पर्यावरण अनुकूल
- विदेशी व्यापार भारतीय तटों पर स्थित पत्तरों के द्वारा किया जाता है।
भारत के राष्ट्रीय जलमार्ग:
– इस प्रकार के परिवहन का प्रयोग देश के अंतर्गत व्यापार के लिए किया जाता है। इसमें देश के अंतर्गत आने वाली नहरे, तथा नदियाँ शामिल है।
- नौगम्य जलमार्ग हलिया तथा इलाहाबाद (प्रयागराज) के मध्य
- नौगम्य जलमार्ग सदिया व धुबरी के मध्य
- नौगम्य जलमार्ग केरल से पश्चिमी तटीय नहर के मध्य
- नौगम्य जलमार्ग काकीनाडा और पुदुब्बेरी नहर के मध्य
- नौगम्य जलमार्ग मालई नदी व महानदी डेल्टा के मध्य, ब्राह्मणी नदी का विस्तार भारत के अंतर्राष्ट्रीय जल मार्ग
भारत के पश्चिम घाट के प्रमुख पत्तन:-
अंतर्राष्ट्रीय जलमार्ग का उपयोग दो देशों के मध्य व्यापार के लिए किया जाता है। यह मार्ग अंतर्राष्ट्रीय पतनो द्वारा एक दूसरे से जुड़े हुए होते है।
पत्तन के नाम | राज्य | महत्त्व |
कांडला (दीनदयाल पत्तन) | गुजरात | स्वतंत्रता के बाद विकसित पहला पत्तन यह एक ज्वारीय पत्तन है। |
मुंबई | महाराष्ट्र | सबसे बड़ा पत्तन |
जवाहर लाल नेहरू पत्तन (मुंबई) | महाराष्ट्र | इसका विकास मुंबई पत्तन से काम काज के भार को कम करने के लिए किया गया। |
मारमागाओं पत्तन | गोवा | लौह अयस्क के 50 प्रतिशत का निर्यात यहाँ से किया जाता है। |
न्यू मंगलौर | कर्नाटक | कुद्रेमुख की खान से लौह निर्यात |
कोची | केरल | लैगून के मुहाने पर स्थित प्राकृतिक पत्तन |
भारत के पूर्वी घाट के प्रमुख पत्तन:-
पत्तन के नाम | राज्य | महत्त्व |
तुतीकोरन | तमिलनाड़ू | प्राकृतिक पत्तन |
चेन्नई | तमिलनाडू | सबसे पुराना कृत्रिम पत्तन |
विशाखापट्टनम | आंध्र प्रदेश | सबसे गहरा |
पारादीप | ओडिशा | लौह अयस्क का निर्यात |
कोलकत्ता | पश्चिम बंगाल | अंतःस्थलीय नदीय पत्तन ज्वारीय पत्तन होने के कारण हुगली के तलछट जमाव से इसे नियमित रूप से साफ करना पड़ता है। |
हल्दिया | पश्चिम बंगाल | कोलकत्ता पर बढ़ते दबावको कम करने के लिए |
NCERT Solutions for Class 10th: पाठ 7- राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था
Class 10 सामाजिक विज्ञान नोट्स
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
वायु परिवहन तथा संचार
वायुयान सेवा के लाभ:-
- वायु परिवहन देश में यातायात का सबसे तीव्र और आधुनिक साधन है। भारत में वायु परिवहन का प्रारम्भ 1911 ई. में हुआ, जब इलाहाबाद से नैनी तक डाक ले जाया गया।
- तीव्रतम, आरामदायक व प्रतिष्ठित परिवहन के साधन।
- अति दुर्गम स्थानों जैसें ऊँचे पर्वत, मरूस्थलों, घने जंगलों व लम्बे समुद्री रास्तों को पार करने के लिए।
- देश के उत्तरी पूर्वी राज्यों के लिए काफी सहायक हैं।
- प्राकृतिक आपदा के समय राहत पहुँचाने के लिए।
- सन् 1953 में वायु परिवहन का राष्ट्रीयकरण किया गया। एयर इंडिया अंतर्राष्ट्रीय वायु सेवाएँ जबकि इंडियन एयरलाइन्स घरेलू वायु सेवाएँ प्रदान करती है।
समस्या:-
- महँगा साधन– भारत जैसे विशाल देश के लिए यह संसाधन उपयोगी तो बहुत है। लेकिन धन की कमी के कारण इसका विकास सही से नहीं हुआ है।
- मौसमी परिस्थितियों पर निर्भर– मौसम की परिस्थितियाँ अनुकूल न होने से दुर्घटना की संभावना बढ़ जाती है। जिसके कारण जान-माल की हानि होती है।
- प्रदूषण में तीव्रता– परिवहन के साधनों का विकास होने के साथ-साथ प्रदूषण की समस्या भी तीव्र हो गई है।
संचार के साधन:
– वह सभी साधन जिनसे हम अपने आचारों, विचारों, संदेशों, का आदान-प्रदान करते है, उन्हें संचार के साधन कहा जाता है, इन्हे दो भागों में वर्गीकृत किया जाता है।
- निजी संचार
- कार्ड व लिफाफा बंद चिट्ठी पहली श्रेणी की डाक समझी जाती है।
- द्वितीय श्रेणी की डाक में रजिस्टर्ड पैकेट, किताबें, अखबार तथा मैगज़ीन शामिल है।
- बड़े शहरों व नगरों में डाक-संचार में शीघ्रता हेतू हाल ही में छः डाक मार्ग बनाए गए है।
- दूर संचार के क्षेत्र में भारत एशिया महाद्वीप में अग्रणी है।
- जन संचार
- लगभग 100 से अधिक भारतीय भाषाओं में समाचार पत्र छपतें है।
- मनोरंजन के साथ बहुत से राष्ट्रीय कार्यक्रमों व नीतियों के विषयों में जानकारी देता हैं।
- भारत व विदेशी फिल्मों को प्रमाणित करने का अधिकार केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड करता है।
- आकाशवाणी राष्ट्रीय, क्षेत्रीय तथा स्थानीय भाषा में देश के विभिन्न भागों के लिए विविध कार्यक्रम प्रसारित करता है।
Class 10th Geography Chapter – 7 || राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की
Class 10 सामाजिक विज्ञान नोट्स
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएँ
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार
- व्यापार का अर्थ है क्रय और विक्रय। अर्थात एक व्यक्ति या संस्था द्वारा दूसरे व्यक्ति व संस्था को वस्तुओं का स्वामित्व अंतरण ही व्यापार कहलाता है। प्रारम्भ में व्यापार एक वस्तु के बदले दूसरी वस्तु से किया जाता था। बाद में वस्तुओं के बदले धातुओं, सिक्कों से किया जाने लगा। वर्तमान समय में व्यापार क्रय-विक्रय मुद्रा से होता है।
- राज्यों व देशों में व्यक्तियों के बीच वस्तुओं का आदान-प्रदान व्यापार कहलाता है।
- दो विभिन्न देशों के बीच व्यापार अंतर्राष्ट्रीय व्यापार कहलाता है।
- सभी देश अंतर्राष्ट्रीय व्यापार पर निर्भर है क्योंकि संसाधनों की उपलब्धता क्षेत्रीय है अर्थात इनका वितरण असमान है।
- आयात व निर्यात व्यापार के घटक है।
- आयात व निर्यात का अंतर ही देश के व्यापार संतुलन को निर्धारित करता है।
- अगर निर्यात मूल्य आयात मूल्य से अधिक हो तो अनूकूल व्यापार संतुलन कहते हैं। इसके विपरीत निर्यात की अपेक्षा अधिक आयात असंतुलित व्यापारा कहलाता है।
अंतर्राष्ट्रीय व्यापार:-
- दो देशों के मध्य होता है।
- बड़े पैमाने पर विदेशी मुद्रा का आदान-प्रदान पूरे देश की आवश्यकताओं को पूरा करता है।
- अंतर्राष्ट्रीय व्यापार, अंतर्राष्ट्रीय सीमाओं व क्षेत्रों के आर-पार पूँजी, माल एवं सेवाओं का आदान-प्रदान करता है। अधिकतर देशो में अंतर्राष्ट्रीय व्यापार सकल घरेलू उत्पाद का प्रतिनिधित्व करता है।
स्थानीय व्यापार:-
- देश की सीमा के अंतर्गत किया गया व्यापार स्थानीय व्यापार कहलाता है। गाँव, कस्बों या शहरों के बीच होता है।
- छोटे पैमाने पर व्यापार एक ही मुद्रा में क्षेत्र विशेष के लोगों की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है।
परिवहन व संचार एक दूसरे के संपूरक है:-
- परिवहन की सक्षमता ने दुनिया को एक वैश्विक गाँव में परिवर्तित कर लिया है।
- व्यापार के स्थानीय व अंतर्राष्ट्रीय जुड़ाव ने दुनिया की अर्थव्यवस्था को विकास की गति प्रदान की है।
- लोगों का जीवन अधिक सुविधाजनक बना है।
- परिवहन एवं संचार के साधन किसी देश की जीवन रेखा कहे जाते हैं क्योंकि देश में तकनीक इन्हीं पर निर्भर है।
वस्तुओं को परिवहन के बिना एक जगह से दूसरे जगह नहीं पहुँचाया जा सकता है। परिवहन एवं संचार प्रत्यक्ष, अप्रत्यक्ष रूप से देश की अर्थव्यवस्था को प्रभावित करते हैं।
पर्यटन एक व्यापार के रूप में:-
- लगभग 150 लाख लोग पर्यटन व्यवसाय में लगे हुए हैं।
- पर्यटन उद्योग राष्ट्रीय एकता को बढ़ावा देता है व स्थानीय हस्तकला व सांस्कृतिक उद्यमों का विकास करता है।
- भारत की कला संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहरों से विदेशी लोगों को परिचित करवाता है।
- एक व्यापार के रूप में काम करता है।
- दुनियाभर से विदेशी नागरिक भारत आते हैं भारत के विरासत पर्यटन, पारि पर्यटन, सांस्कृतिक पर्यटन, चिकित्सा पर्यटन व व्यापारिक पर्यटन के लिए।
- व्यापार पर्यटन को प्राथमिक और माध्यमिक गतिविधियों में वर्गीकृत किया जाता है।
भारत के प्रमुख हवाई पत्तन:-
राजा सांसी (श्री गुरू रामदास जी अंतर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन) | अमृतसर (पंजाब) |
इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन | नई दिल्ली |
छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन | मुंबई (महाराष्ट्र) |
मीनाबक्कम (सी.एन.अन्नादुरई अंतर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन) | चेन्नई (तमिलनाडू) |
नेताजी सुभाष चंद्र बोस अंतर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन | कोलकाता (पश्चिम बंगाल) |
राजीव गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई पत्तन | हैदराबाद (तेलंगाना) |
अर्थव्यवस्था
कौन से दो दूरस्थ स्थित स्थान पूर्वी-पश्चिमी गलियारे को आपस में जोड़ते है।
उत्तर- सिलचर-पोरबंदर
कौन सा पत्तन पूर्वी तट पर स्थित है जो अतः स्थलीय तथा अधिकांश गहराई का पत्तन है तथा पूर्ण सुरक्षित है?
उत्तर- विशाखापट्नम
उत्तरी रेलवे का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
उत्तर- दिल्ली
एसटीडी किसे कहते है?
उत्तर- सब्सक्राइवर ट्रंक डायलिंग
देश का पुराना कृत्रिम पत्तन कौन सा है?
उत्तर- चैन्नई
किसको भारतीय डाक संचार तंत्र में प्रथम श्रेणी की डाक समझा जाता है।
उत्तर- कार्ड व लिफाफे
राष्ट्रीय जल मार्ग संख्या -1 निम्न में से किन स्थानों के बीच नौका गम्य है?
उत्तर- इलाहाबाद एवं हल्दिया
उत्तर दक्षिण गलिद्वारा किन दो अंतिम सिरों के नगरों को जोड़ता है?
उत्तर- श्रीनगर और तिरूवन्तपुरम
कौन सा समुद्री पत्तन लौह अयस्क के निर्यात के सन्दर्भ में प्रमुख पत्तन है?
उत्तर- मार्मागाओ
किस क्षेत्र में विशेष प्रावधान के माध्यम से वायु-यात्रा को आम जनता तक पहुचाया गया है?
उत्तर- उत्तरी पूर्वी राज्य
पवन हंस हेलीकाप्टर लिमिटेड किनको अपनी सेवाएं प्रदान कर रहा है?
उत्तर- तेल और प्राकृतिक गैस आयोग
दिल्ली और अमृतसर किस राजमार्ग को आपस में जोड़ते है?
उत्तर- राजमार्ग सं॰ – 1
पूर्व-पश्चिम गलियारा किन दो क्षेत्रों को जोड़ता है?
उत्तर- सिलचर (असम) – पोरबंदर (गुजरात)
उत्तरी रेलवे का मुख्यालय कहाँ स्थित है ?
दिल्ली
भारत में पहली रेलगाड़ी कब और कहाँ चलाई गई ?
उत्तर- 16 अप्रैल, 1853 में मुंबई और थाणे के बीच (34 किमी दूरी)
देश का पुराना कृत्रिम पतन कौन सा है ?
उत्तर- चेन्नई
राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था की जीवन रेखाएं कक्षा 10 Notes
NCERT Class 6 to 12 Notes in Hindi
प्रिय विद्यार्थियों आप सभी का स्वागत है आज हम आपको Class 10 Science Chapter 4 कार्बन एवं उसके यौगिक Notes PDF in Hindi कक्षा 10 विज्ञान नोट्स हिंदी में उपलब्ध करा रहे हैं |Class 10 Vigyan Ke Notes PDF
URL: https://my-notes.in/
Author: NCERT
5
Pros
- Best NCERT Notes in Hindi