Class 10 Science Important Question Chapter 10 Model Paper PDF 1

Class 10 Science Important Question Chapter 10 Model Paper PDF

यदि आप Class 10 बोर्ड एग्जाम में टॉप करना चाहते हो तो यह नोट्स Class 10 Science Important Question Chapter 10 Model Paper PDF बहुत महत्वपूर्ण साबित होगे |

part -4 मानव नेत्र तथा रंगबिरंगा संसार 

  • प्रश्नों की विशेषताए
  • प्रश्नों को बहुत आसान भाषा में लिखा गया है जिसके कारण कमजोर विधार्थी को भी पढ़ते ही समझ में आ जायेगे |
  • रंगीन चित्रों का उपयोग
  • परीक्षा पैटर्न 2023-24 के अनुसार बनाये गये है |
  • आसान रिविजन
  • सारगर्भित प्रश्न
  • प्रश्न PDF के रूप में मिलेगे जिसको आप आसानी से प्रिंट करवा सकते है |

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TextbookNCERT
ClassClass 10
SubjectScience
ChapterChapter 10
Chapter Nameमानव नेत्र तथा रंगबिरंगा संसार र्तन तथा अपवर्तन
CategoryClass 10 Science Important Question in Hindi
MediumHindi

Human Eye and Colourful World Class 10 Important ,

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आकाश का रंग नीला प्रतीत होता है –  
   प्रकाश के परावर्तन के कारण  
 ②  प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण  
 ③  प्रकाश के अवर्तन के कारण  
 ④  इनमें से कोई नहीं   

 ②  प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण  

 Solution  जब सूर्य का प्रकाश वायुमंडल से गुजरता हैं, वायु के सूक्ष्म कण लाल रंग की अपेक्षा नीले रंग (छोटी तरंगदैर्ध्य) को अधिक प्रबलता से प्रकीर्ण करते हैं प्रकीर्णित हुआ नीला प्रकाश हमारे नेत्रों में प्रवेश करता हैं तो हमें आकाश नीला दिखाई देता हैं।


यदि किसी वस्तु का प्रतिबिम्ब रेटिना के पीछे बनता हैं, तो वह व्यक्ति किस दृष्टिदोष से पीड़ित है?  
  दूर – दृष्टि दोष से  
 ②  निकट – दृष्टि दोष से  
 ③  जरा – दूरदर्शिता से  
 ④  इनमें से कोई नहीं   

  दूर – दृष्टि दोष से

 Solution  दीर्घ दृष्टि दोष (हाइपरमायोपिया) में कोई व्यक्ति दूर की वस्तुओं को स्पष्ट देख सकता हैं परन्तु निकट रखी वस्तुओं को वह सुस्पष्ट नहीं देख पाता हैं। ऐसे व्यक्ति का निकट बिन्दु सामान्य निकट बिन्दु 25 सेमी पर न होकर दूर हट जाता हैं। इसमें प्रतिबिम्ब दृष्टिपटल पर न बनकर दृष्टिपटल के पीछे बनता हैं। ऐसे व्यक्ति को स्पष्ट देखने के लिए पठन सामग्री को नेत्र से 25 सेमी से काफी अधिक दूरी पर रखना पड़ता हैं।
इस दोष को किसी उपयुक्त क्षमता के अभिसारी (उत्तल) लेंस के उपयोग द्वारा संशोधित किया जा सकता हैं।


किसी माध्यम में छोटे -छोटे कणों के निलंबन को कहा जाता है –  
  कोलॉइड  
 ②  पुंज  
 ③  प्रकाश  
 ④  इनमें से कोई नहीं   

   कोलॉइड  

 Solution  कोलॉइडी कणों द्वारा प्रकाश के प्रकीर्णन की परिघटना को टिंडल प्रभाव कहते हैं।
कोलाइडल विलयन के कण वास्तविक विलयन से बड़े होते हैं जो देखे जा सकते हैं। जबकि वास्तविक विलयन के कण एक समान होने के कारण इन्हें अलग –  अलग पहचाना नहीं जा सकता हैं, यही कारण हैं कि टिंडल प्रभाव के दौरान कोलाइडल विलयन के कण दिखाई देते हैं।


 नेत्र गोलक का व्यास लगभग होता है –  
   ②.③ cm  
 ②  ②.④ cm  
 ③  ③.③ cm  
 ④  ③.④ cm   

    ②.③ cm
Solution  प्रत्येक नेत्र ②.③ सेंटीमीटर व्यास का गोलाकार पिंड होता है।

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