प्रिय विद्यार्थियों आप सभी का स्वागत है आज हम आपको सत्र 2023-24 के लिए NCERT Class 9 Science Chapter 7 गति Notes in Hindi | कक्षा 9 विज्ञान के नोट्स उपलब्ध करवा रहे है |
9th Class Science Chapter 7 MOTION Notes in Hindi | कक्षा 9 विज्ञान नोट्स हिंदी में उपलब्ध करा रहे हैं |Class 9 Vigyan Chapter 7 Gati Notes PDF Hindi me Notes PDF 2023-24 New Syllabus ke anusar.
Class 9 Science Notes In Hindi || 9 class Science Notes Download
Textbook | NCERT |
Class | Class 9 |
Subject | Physics | विज्ञान |
Chapter | Chapter 7 |
Chapter Name | गति | MOTION |
Category | Class 9 Science Notes in Hindi |
Medium | Hindi |
💠 Class 09 विज्ञान 💠
📚 अध्याय = 7 📚
💠गति💠
💠MOTION 💠
गति :- समय के साथ किसी वस्तु का अपने आस-पास के वातावरण के अनुसार अपनी जगह में बदलाव करना, गति कहलाता हैं।
उदा.
- उड़ते हुए पक्षियों की गति
- धमनियाँ व शिराओं में रक्त की गति
- जल में मछलियों की गति
- ग्रह, तारों की गति
सरल रेखीय गति:—
जब कोई वस्तु सदैव एक सरल रेखा में गति करती है तो उसकी गति सरल रेखीय गति कहलाती है। जैसे: सीधी सड़क पर चलती हुई कार।
वृत्तीय गति:—
जब कोई वस्तु वृत्ताकार पथ पर चलती है तो उस गति को वृत्तीय गति कहते है। जैसे- सूर्य के चारों और पृथ्वी की गति।
घूर्णन गति:—
जब कोई वस्तु अपने अक्ष के चारों और घूमती है तो उस गति को घूर्णन गति कहते है। जैसे- छत के पंखें की गति।
दोलन गति:—
जब कोई अपनी माध्य स्थिति के दोनों और गति करती है तो इस प्रकार की गति को दोलन गति कहते है। जैसे- झूले में झूलते हुए बच्चे की गति।
प्रक्षेप्य गति:—
किसी पिण्ड को कुछ प्रांरम्भिक वेग देकर फेंका जाता है तो वह गुरूत्वीय बल के प्रभाव में परवलयाकार पथ पर गति करने लगता है। परवलयाकार पथ में होने वाली इस गति को प्रक्षेप्य गति कहते है। जैसे- किसी खिलाड़ी द्वारा फेंकी गई बॉल।
मूल बिन्दु–
किसी वस्तु की स्थिति को बताने के लिए हमें एक निर्देश बिन्दु की आवश्यकता होती है, जिसे मूल बिन्दु कहते हैं।
उदा. माना किसी गांव में एक स्कूल रेलवे स्टेशन से 2 किमी. उत्तर दिशा में हैं। स्कुल की स्थिति को रेलवे स्टेशन के सापेक्ष निर्धारित किया हैं। अत: रेलवे स्टेशन निर्देश बिन्दु हैं।
आप पढ़ रहे है – class 9 science chapter 7 notes
1. अदिश राशियाँ :-
वह भौतिक राशि जिसमें दिशा न होकर केवल परिमाण होता है, उसे अदिश राशि कहते हैं।
उदा. समय, क्षेत्रफल, दूरी, चाल, आयतन आदि।
2. सदिश राशि :-
वह भौतिक राशि जिसमें परिमाण एवं दिशा दोनों होते है, उसे सदिश राशि कहते हैं।
उदा. वेग, बल, संवेग, विस्थापन आदि।
दूरी :-
घर से विद्यालय = 3 किमी.
विद्यालय से घर = 3 किमी.
विद्यार्थी के द्वारा तय की गई दूरी = 3 किमी. + 3 किमी. = 6 किमी.
परिभाषा :– गतिमान वस्तु के द्वारा समय अंतराल में तय की गई कुल लम्बाई को दूरी कहते हैं।
मात्रक – मीटर (m)
राशि :- अदिश राशि
उदाहरण:-
- O से A की तरफ (OA) = 5 m
- A से B की तरफ (AB) = 5 m
- B से O की तरफ (BO) = 10 m
- O से C की तरफ (OC) = 5 m
कुल दुरी = OA + AB + BO + OC
दुरी = 25 m
- दूरी सदैव धनात्मक (+) होती हैं।
- दूरी कभी भी ऋणात्मक (-) व शून्य नहीं हो सकती हैं।
उदाहरण :-
कुल दूरी :- = OA + AB + BC + CD + DE
दूरी (OE) = 10 m + 5 m + 3m + 4m + 3m
दूरी (OE)= 25m
आप पढ़ रहे है – class 9 science chapter 7 notes in hindi
उदाहरण
A→B = AB
B→C = BC
C →A = CA
दूरी = AB + BC + CA
= 100 m + 150 m + 80 m
दुरी = 330 m
उदाहरण:-
वृत्ताकार पथ की लम्बाई
वृत्त की परिधि = 2 πɤ
ɤ = 7m
=
= 2 x 22
दूरी = 44m
आप पढ़ रहे है – class 9 science chapter 7 question answer
विस्थापन
विस्थापन :- किसी गतिमान वस्तु के यात्राकाल में प्रारम्भिक स्थिति व अन्तिम स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी को विस्थापन कहते हैं।
मात्रक ⟶ मीटर (m)
राशि ⟶ सदिश राशि
इसको ‘d’ से प्रदर्शित किया जाता हैं।
O ⟶ A (दूरी) ⟶ अधिकतम
O ⟶ A (लम्बाई कम) ⟶ न्यूनतम दूरी
उदाहरण:— O से C तक पहुँचने में अधिकतम दूरी
दूरी = OA + AB + BC
दूरी = 4m + 3m + 2m
दूरी = 9 m
O व C के मध्य न्यूनतम दूरी = अन्तिम स्थिति – प्रारम्भिक स्थिति
विस्थापन (d) = 5 m
उदाहरण:—
विस्थापन = अन्तिम स्थिति – प्रारम्भिक स्थिति
अन्तिम स्थिति व प्रारम्भिक स्थिति समान हैं, अत: विस्थापन शून्य हैं।
नोट :- विस्थापन शून्य, ऋणात्मक व धनात्मक हो सकता हैं जबकि दूरी केवल धनात्मक होती हैं।
आप पढ़ रहे है – class 9 chapter 7 science
उदाहरण:-
दूरी (अर्द्धवृत्त) : परिधि – 2��2
= ��
= 227×7
दूरी = 22 मीटर
विस्थापन (दो बिन्दूओं के बीच न्यूनतम दूरी)
विस्थापन = 7 + 7 = 14 मीटर
आप पढ़ रहे है – ncert solutions for class 9 science chapter 7
दूरी तथा विस्थापन में अन्तर
क्र.स. | दूरी | विस्थापन |
वस्तु द्वारा तय किये गये पथ की लम्बाई को दूरी कहते हैं। | एक निश्चित दिशा में गतिमान वस्तु की प्रारम्भिक एवं अन्तिम स्थिति के बीच की न्यूनतम दूरी को विस्थापन कहते हैं। | |
यह सदैव धनात्मक होती हैं। | इसका मान धनात्मक, ऋणात्मक व शून्य हो सकता हैं। | |
यह अदिश राशि हैं। | यह सदिश राशि हैं। |
चाल
चाल :- इकाई समय में वस्तु द्वारा तय की गई दूरी को चाल कहते हैं।
मात्रक :- मी/सै.
अन्य मात्रक :- सेमी./सै. व किमी./घण्टा
यह एक अदिश राशि है।
इसका मान सदैव धनात्मक होता है।
एक समान गति और असमान गति
एक समान गति :-
जब कोई वस्तु, समान समयांतरालों में समान दूरी तय करती है तो उसकी गति को एक समान गति कहते हैं।
समय (सैकण्ड) | दूरी (मीटर में) |
1 | 2 |
2 | 4 |
3 | 6 |
4 | 8 |
आप पढ़ रहे है – Class 9 Science Chapter 7 गति Notes In Hindi
असमान गति :-
जब वस्तु द्वारा समान समयान्तरालों में असमान दूरी तय की जाती हैं तो उस गति को असमान गति कहते हैं।
उदाहरण :- भीड में सड़क पर चल रही कार ।
समय (सैकण्ड) | दूरी (मीटर में) |
1 | 2 |
2 | 5 |
3 | 7 |
4 | 10 |
औसत चाल :-
�=��
मात्रक :- मीटर प्रति सैकण्ड
अन्य मात्रक – किमी प्रति घण्टा
उदा :- एक वस्तु 16 मीटर की दूरी 4 सैकण्ड में तय करती हैं तथा पुन: 16 मीटर की दूरी 2 सैकण्ड में तय करती हैं। वस्तु की औसत चाल क्या होगी?
उत्तर-
=16+164+2=326=5.33 मी/सैं.
वेग
दिशा के साथ चाल (वेग)
परिभाषा:- किसी वस्तु द्वारा विस्थापन तय करने की समय दर को उसका वेग कहा जाता हैं।
- वेग सदिश राशि हैं, इसमें परिमाण के साथ-साथ दिशा का भी बोध होता हैं।
- मात्रक – मी/सै.
- यह धनात्मक , ऋणात्मक व शून्य हो सकता हैं।
उदाहरण:- एक वस्तु में 10 सैकण्ड में 100 मीटर विस्थापन हो रहा हैं जबकि अन्य वस्तु द्वारा 15 सैकण्ड में 150 मीटर विस्थापन हो रहा हैं, औसत वेग ज्ञात कीजिए।
उदा. यात्रा शुरू होते समय कार का ओडोमीटर 200km प्रदर्शित करता हें और यात्रा समाप्ति पर 2400km प्रदर्शित हैं। यदि इस यात्रा में 8h लगते हैं तो कार की औसत चाल को km/h और मीटर प्रति सैकण्ड में ज्ञात करें।
उत्तर- कार के द्वारा तय की गई दूरी
s = 2400 – 2000 km = 400 km
T = 8h
औसत चाल :-
Vav=St
=50kmh
=50kmh×1000 m3600sec
औसत चाल = 13.9 m/s
अत: कार की औसत चाल 50 km/h अथवा 13.9 m/s हैं।
आप पढ़ रहे है – गति : Science class 9th:Hindi Medium cbse notes
चाल व वेग में अंतर –
क्र.स. | चाल | वेग |
एकांक समय में तय की गई दूरी | वस्तु के द्वारा, विस्थापन तय करने की समय दर | |
यह एक अदिश राशि हैं | यह एक सदिश राशि हैं | |
इसका मान धनात्मक होता है | इसका मान धनात्मक, ऋणात्मक व शून्य हो सकता हैं। |
त्वरण
वेग में परिवर्तन :-
त्वरण :- वेग में परिवर्तन की दर को ‘त्वरण’ कहते हैं।
�=�−��
त्वरण को ‘a’ से प्रदर्शित किया जाता हैं।
मात्रक – मी/सै2 अथवा m/s2
त्वरण सदिश राशि हैं।
यह धनात्मक व ऋणात्मक हो सकता हैं।
आप पढ़ रहे है – Class 9 Science Chapter 7 गति (Motion) Notes In Hindi
आप पढ़ रहे है – Chapter 7. गति Class 9 Science CBSE notes in Hindi Medium
त्वरण के प्रकार :-
त्वरण के प्रकार त्वरण की दिशा पर आधारित है। ये निम्न प्रकार के है :
(1) धनात्मक त्वरण
(2) ऋणात्मक त्वरण
(1) धनात्मक त्वरण :-
जब किसी वस्तु की गति की दिशा में समय के साथ बढ़ रहा है तो इसे धनात्मक त्वरण कहते है।
- इसमें त्वरण की दिशा वही होती है जो दिशा वस्तु की गति का होता है।
मुख्य बिन्दुएँ :-
त्वरण धनात्मक होता है:-
- जब त्वरण की दिशा वही होती है जो दिशा वस्तु की गति का होता है।
- जब वेग उसी दिशा में समय के साथ बढ़ता है।
- जब कोई वस्तु विरामावस्था से चलना प्रारंभ करती है।
- जब अंतिम वेग आरंभिक वेग से बड़ा हो (v>u)।
(2) ऋणात्मक त्वरण :-
यदि किसी वस्तु का वेग समय के साथ वस्तु की गति के विपरीत दिशा में कम हो रहा है तो इस प्रकार के त्वरण को ऋणात्मक त्वरण कहते हे।
ऋणात्मक त्वरण को मंदन कहते है।
त्वरण ऋणात्मक होता है :-
- जब त्वरण की दिशा वस्तु के गति के दिशा की विपरीत दिशा में हो।
- जब वेग समय के साथ कम हो रहा हो।
- जब वस्तु विरामावस्था की ओर जा रही हो।
- जब अंतिम वेग आंरभिक वेग से कम हो ।
एकसमान त्वरण :-
जब किसी वस्तु का वेग समान समयांतराल में समान त्वरण उत्पन्न कर रही है तो वस्तु के ऐसे त्वरण को एकसमान त्वरण कहते हैं।
एकसमान त्वरित गति :- किसी वस्तु की गति से एकसमान त्वरण उत्पन्न हो रहा हो तो इस गति को एकसमान त्वरित गति कहते है।
एकसमान त्वरित गति के उदाहरण :-
1. चिकनी सतह पर लुढकते हुए गेंद की गति ।
2. मुक्त रुप से गिरते हुए किसी पिंड की गति ।
3. सूर्य के चारो और पृथ्वी की गति ।
4. एक बहुमंजिली ईमारत से नीचे आती एक तीव्र गति के लिफ्ट की गति ।
5. पृथ्वी के चारों और चन्द्रमा की गति ।
असमान त्वरण :-
जब किसी वस्तु का वेग समान समयांतराल में असमान त्वरण उत्पन्न कर रही है तो वस्तु के ऐसे त्वरण को एकसमान त्वरण कहते है।
असमान त्वरित गति के उदाहरण :-
1. एक कार रेस में दौड़ती हुई कार
2. विभिन्न चाल से चलती हुई वाहन की गति ।
3. ऊपर की दिशा में फेंकी गई गेंद की गति ।
4. खुरदरे या टूटे फूट सड़क से गुजरती हुई बस की गति ।
NCERT Class 9 Science Notes in Hindi
प्रिय विद्यार्थियों आप सभी का स्वागत है आज हम आपको सत्र 2023-24 के लिए NCERT Class 9 Science Chapter 1 हमारे आस पास के पदार्थ Notes in Hindi | कक्षा 9 विज्ञान के नोट्स उपलब्ध करवा रहे है |
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