CUET Hindi Notes Shabd Shuddhi शब्द शुद्धि Notes
यदि आप CUET की तैयारी कर रहे हैं तो यहां पर आपको मिलेंगे हिंदी के CUET Hindi Notes Shabd Shuddhi 800 से अधिक शब्द शुद्धि जो हर परीक्षा में बार-बार आते हैं|
शुद्ध अशुद्ध शब्द इन हिंदी PDF Download Hindi Grammar
शब्द शुद्धि
1. करण प्रत्यय से पूर्व प्राय: ई का प्रयोग होता है; जैसे–
मानवीकरण
एकीकरण
संक्षिप्तीकरण
वाष्पीकरण
केन्द्रीकरण
• विशेष– यदि उपसर्ग के साथ ‘करण’ आये तो कोई परिवर्तन नहीं होगा; जैसे– अभिकरण, अधिकरण।
2. अनुस्वार (ं) /अनुनासिक (ँ) सम्बन्धी नियम–
अशुद्ध | शुद्ध |
चांद | चाँद |
चांदनी | चाँदनी |
गांधी | गाँधी |
अंधेरा | अँधेरा |
• विशेष–
(i) तत्सम शब्दों के साथ अनुस्वार का प्रयोग किया जाता है तथा तद्भव शब्दों के साथ अनुनासिक का प्रयोग किया जाता है; जैसे–
अनुस्वार (तत्सम शब्द) | अनुनासिक (तद्भव शब्द) |
अंधकार | अँधेरा |
गांधी | गाँधी |
पंच | पाँच |
ग्रंथि | गाँठ |
चंद्र | चाँद |
चंद्रिका | चाँदनी |
(ii) अनुस्वार का प्रयोग स्वर के पीछे किया जाता है तथा अनुनासिक का प्रयोग स्वर के साथ किया जाता है; जैसे– पंचांग– (पंच + अंग)–(पञ्चाङ्ग)
भयंकर, आतंक, संलग्न, अनुषंग, कंटक
• पंचमाक्षर का अनुस्वार में परिवर्तन होने पर अनुस्वार का संबंध– कलंक, पंत, पतंजलि (पंचवर्ण रूप-संबंध)।
(iii) अनुस्वार का रूप परिवर्तन हो सकता है और अनुनासिक का रूप परिवर्तन नहीं होता है।
(iv) अनुस्वार का उच्चारण नाक से होता है और अनुनासिक का उच्चारण मुख अथवा नाक से होता हैं।
3.‘र’ संबंधी नियम–
(i) ु ू रु/रू
जैसे– रूमाल – रुमाल
(शुद्ध) (अशुद्ध)
√ मरु – मरू
√ गुरु – गुरू
√ गुरूपदेश – गुरुपदेश
(ii) (्)
जैसे– प्रेम= प्+र+म, ट्र = ट् +र
(iii) (रेफ)– जिस वर्ण पर रेफ लगता है, इसका उच्चारण वर्ण के पूर्व होता है; जैसे– गोवर्धन, अन्तर्निहित, ज्योतिर्मय, पुनर्विवाह, जुनर्जागरण, प्रादुर्भाव।
4. वचन संबंधी नियम–
• एकवचन शब्द के अंत में दीर्घ मात्रा के आने पर बहुवचन बनाने पर ह्रस्व मात्रा में बदल जाती है; जैसे–
इकाई/इकाइयाँ
हिन्दू/हिन्दुओं
मंत्री/मंत्रियों
भालू-भालुओं
भारतीय-भारतीयों
दवाई-दवाइयाँ
संन्यासी-संन्यासियों
प्राणी-प्राणियों
स्वामी-स्वामियों
विद्यार्थी-विद्यार्थियों
5. संज्ञा संबंधी नियम–
• संज्ञावाची शब्दों में कारक चिह्न अलग से लगता है।
• राम ने, रावण को, बाण से, सीता के लिए, लंका में
सेवा में (सम्मान जनक संकेत-पत्रों में)
6. सर्वनाम संबंधी नियम–
• सर्वनाम वाची शब्दों में कारक चिह्न साथ में लगता है।
हमने, हमारा, हमसे, उसने, मैंने, उसको, हमपर, उसपर, मुझपर।
• यदि सर्वनाम के साथ दो कारक चिह्न आए, तो पहले वाला साथ में और दूसरा वाला अलग से लगाया जाता है; जैसे– उसके लिए, हमारे लिए, तुम्हारे लिए।
7. ड़, ढ़ संबंधी नियम– उत्क्षिप्त/द्विगुण/ताड़नजात–
• ड – ट वर्ग का तीसरा वर्ण
• ङ – क वर्ग का पंचम वर्ण
(i) उत्क्षिप्त व्यंजनों से कोई शब्द शुरू ही नहीं होता।
(शुद्ध) (अशुद्ध)
√ ढाणी ढ़ाणी
√ ढोल ढ़ोल
√ ढक्कन ढ़क्कन
(ii) उत्क्षिप्त व्यंजनों का प्रयोग शब्द के मध्य/अंत में होता है।
सड़क
गढ़
लड़का
पढ़ाई
मारवाड़
लड़का
लकड़ी
(iii) अनुनासिक व अनुस्वार के साथ उत्क्षिप्त व्यंजनों का प्रयोग नहीं होता।
√ मेंढक/मेंढ़क, दंड
ढुँढना, खांड
अपवाद– सूँड़ √ , मुँड़ेर √
(iv) उत्क्षिप्त व्यंजनों के साथ हल (् ) का प्रयोग नहीं होता।
धनाड्.य/धनाढ्य √ /धनाढ़्य
√ गुणाढ्य/गुणाढ़्य
√ पाड्य/पाड्.य
(v) अंग्रेजी शब्दों में उत्क्षिप्त व्यंजनों का प्रयोग नहीं होता।
(शुद्ध) (अशुद्ध)
√ रोड रोड़
√ रेडियो रेड़ियो
√ मैडम मैड़म
8. ए/ये संबंधी नियम–
(i) चाहिए अर्थ वाली धातुओं में ‘ए’ आता है ये नहीं– कीजिए, लीजिए, दीजिए, पधारिए, बैठिए, पीजिए।
(ii) भूतकाल, एकवचन, पुल्लिंग धातु के अंत में ‘या’ आए तो बहुवचन बनाने पर ‘या’ के स्थान पर ‘ये’ स्त्रीलिंग बनाने पर ‘या’ के स्थान पर ‘यी’ हो जाता है।
गया– भूतकाल, एकवचन, पुल्लिंग
गये, गयी
(iii) भूतकाल, एकवचन, धातु के अंत में ‘आ’ आए तो बहुवचन बनाने पर ‘आ’ के स्थान पर ‘ए’ हो जाता है और स्त्रीलिंग बनाने पर ‘आ’ के स्थान पर ‘ई’ – हुआ, हुए, हुई।
Shabd Shuddhi ||शब्द शुद्धि || hindi vyakaran
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
मोखिक | मौखिक | शौककुल | शोकाकुल |
अजम्ना | अजन्मा | सरवभक्षी | सर्वभक्षी |
गगनचुंभी | गगनचुंबी | प्रतिबर्ष | प्रतिवर्ष |
व्यवसथा | व्यवस्था | उत्कृष्ठ | उत्कृष्ट |
जनमांध | जन्मांध | अल्पायू | अल्पायु |
प्राकृत्रिक | प्राकृतिक | आकर्शक | आकर्षक |
संसकार | संस्कार | हिंदूत्व | हिंदुत्व |
नीराकार | निराकार | निरामिश | निरामिष |
प्रियदर्शि | प्रियदर्शी | तटष्ठ | तटस्थ |
अविलम्व | अविलंब | विकरेता | विक्रेता |
लालीमा | लालिमा | खुबसुरती | खूबसूरती |
नियार्त | निर्यात | विद्यार्थि | विद्यार्थी |
अधिर | अधीर | मीतभाषी | मितभाषी |
ज्येष्ट | ज्येष्ठ | दूर्लभ | दुर्लभ |
स्थाबर | स्थावर | परसाद | प्रसाद |
सज्जन्ता | सज्जनता | चिड़ीयाघर | चिड़ियाघर |
ऊर्पयुक्त | उपर्युक्त | घुड़दोड | घुड़दौड़ |
रसोइघर | रसोईघर | वनवाश | वनवास |
बाढ़पीडीत | बाढ़पीड़ित | प्रेमातूर | प्रेमातुर |
आयुश्मान | आयुष्मान | पिकदान | पीकदान |
हस्तलिखीत | हस्तलिखित | चिकीत्सालय | चिकित्सालय |
चतुर्भूज | चतुर्भुज | गायीका | गायिका |
ब्राहमण | ब्राह्मण | समपादिका | संपादिका |
रसोईया | रसोइया | रोहिणि | रोहिणी |
एकादशि | एकादशी | राष्ट्रियता | राष्ट्रीयता |
रुपवान | रूपवान | पत्राकर | पत्रकार |
मुरलीदर | मुरलीधर | पन्खुडी | पंखुड़ी |
विधवंस | विध्वंस | श्रद्धालू | श्रद्धालु |
ननीहाल | ननिहाल | अतिथीगृह | अतिथिगृह |
दू:स्वप्न | दु:स्वप्न | दीर्घसवास | दीर्घश्वास |
बीछौना | बिछौना | क्षूधा | क्षुधा |
स्वादिष्ठ | स्वादिष्ट | इत्यादी | इत्यादि |
विणापानी | वीणापाणी | महातमा | महात्मा |
मखनचोर | माखनचोर | भूलक्कड़ | भुलक्कड़ |
हंसवाहीनी | हंसवाहिनी | प्रधानमत्री | प्रधानमंत्री |
अभिशेक | अभिषेक | विसतार | विस्तार |
अध्य्यन | अध्ययन | विशेषन | विशेषण |
तोपचि | तोपची | नाशमझी | नासमझी |
शाक्षर | साक्षर | दीवस | दिवस |
सैनीक | सैनिक | अभयस्थ | अभ्यस्त |
कवियत्री | कवयित्री | अद्वितय | अद्वितीय |
दृष्टी | दृष्टि | विसाद | विषाद |
उज्जवल | उज्ज्वल | जिजिवीषा | जिजीविषा |
शताब्दि | शताब्दी | पारलौकीक | पारलौकिक |
आर्शिवाद | आशीर्वाद | परिक्षा | परीक्षा |
पुज्य | पूज्य | ऋतू | ऋतु |
हस्तासर | हस्ताक्षर | सदोपदेश | सदुपदेश |
भाष्कर | भास्कर | आदरणिय | आदरणीय |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
सभापती | सभापति | ओदार्य | औदार्य |
आवस्यकता | आवश्यकता | चिकनाहठ | चिकनाहट |
सन्मुख | सम्मुख | परीवार | परिवार |
शब्दांस | शब्दांश | ओसधि | औषधि |
नछत्र | नक्षत्र |
Hindi Vyakaran Shabd Shuddhi PDF
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
बधायी | बधाई | नयी | नई |
लिये | लिए | रुपये | रुपए |
बायें | बाएँ | दायें | दाएँ |
हुवा | हुआ | केंचुवा | केंचुआ |
सोवे | सोए | लावेगा | लाएगा |
जावें | जाएँ | लिखावें | लिखाएँ |
आवो | आओ | लावो | लाओ |
( Best )शब्द शुद्धि के कारण और उदहारण
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
चिरस्थाई | चिरस्थायी | आतताई | आततायी |
अन्याई | अन्यायी | स्थाइत्व | स्थायित्व |
उत्तरदाई | उत्तरदायी | चंदरवरदाई | चंदरवरदायी |
शुद्ध वर्तनी शब्द PDF सहित — हिंदी के 800+ शुद्ध और अशुद्ध शब्द
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
संसद् | संसद | महान् | महान |
भगवान् | भगवान | विद्वान् | विद्वान |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
परिषद | परिषद् | उच्छवास | उच्छ्वास |
षड़यंत्र | षड्यंत्र | उदगार | उद्गार |
विद्युत | विद्युत् | तड़ित | तड़ित् |
पृथक | पृथक् | भाषािवद | भाषाविद् |
हिंदी-व्याकरण-वर्तनी-शुद्धिकरण.pdf
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
महत | महत् | साक्षात | साक्षात् |
वृहद | वृहत् | अर्थात | अर्थात् |
बृहत | बृहत् | अकस्मात | अकस्मात् |
पश्चात | पश्चात् | सतत | सतत् |
किंचित | किंचित् | यावत | यावत् |
भविष्यत | भविष्यत् | ज्यातिष | ज्योतिष् |
वणिक | वणिक् | विपद | विपद् |
आयुष | आयुष् | आपद | आपद् |
सम्यक | सम्यक् | तिर्यक | तिर्यक् |
वरन | वरन् | छदम | छद्म |
शुद्ध अशुद्ध वर्तनी शब्द [PDF 2023]
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
आनुषांगिक | आनुषंगिक | पारितोषक | पारितोषिक |
आनुवांशिक | आनुवंशिक | उपचारिक | औपचारिक |
प्रासांगिक | प्रासंगिक | संवैधानिक | सांविधानिक |
उपन्यासिक | औपन्यासिक | तत्कालिक | तात्कालिक |
अनुपातिक | आनुपातिक | प्रमाणिक | प्रामाणिक |
अध्यात्मिक | आध्यात्मिक | इतिहासिक | ऐतिहासिक |
उपनिवेशिक | औपनिवेशिक | अभ्यंतरिक | आभ्यंतरिक |
हिन्दी: शब्द शुद्धि
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
दशरथी | दाशरथि | भगीरथी | भागीरथी |
पाणिनी | पाणिनि | द्रौपदि | द्रौपदी |
वाल्मीकी | वाल्मीकि | विदेही | वैदेही |
हिन्दी व्याकरण – शब्द शुद्धि । अशुद्ध शब्दों को पहचानने की ट्रिक
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
शुद्धिकरण | शुद्धीकरण | सौंद्रिकरण | सौंद्रीकरण |
केंद्रिकरण | केंद्रीकरण | नीजिकरण | निजीकरण |
नवीनिकरण | नवीनीकरण | वृद्धिकरण | वृद्धीकरण |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
सरोजनी | सरोजिनी | कमलनी | कमलिनी |
भुजंगनी | भुजंगिनी | संन्यासनी | संन्यासिनी |
सौदामनी | सौदामिनी | कुमुदनी | कुमुदिनी |
विहंगनी | विहंगिनी | प्रियदर्शनी | प्रियदर्शिनी |
उज्जयनी | उज्जयिनी | गर्भणी | गर्भिणी |
अश्वनी | अश्विनी | अद्र्धांगनी | अद्र्धांगिनी |
गृहणी | गृहिणी | विरहणी | विरहिणी |
रुक्मणी | रुक्मिणी | सर्पणी | सर्पिणी |
व्यभिचारणी | व्यभिचारिणी | दुराचारणी | दुराचारिणी |
चतुरंगनी | चतुरंगिनी | पद्मनी | पद्मिनी |
शुद्ध -अशुद्ध शब्द वर्तनी लिस्ट PDF
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
सुलाेचिनी | सुलोचना | कृशांगिनी | कृशांगी |
हतभागिनी | हतभाग्या | श्वेतांगिनी | श्वेतांगी |
त्रिनयिनी | त्रिनयना | कोमलांगिनी | कोमलांगी |
अनाथिनी | अनाथा | कालिंदिनी | कालिंदी |
कामायिनी | कामायनी | पिशाचिनी | पैशाची |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
आजिवका | आजीविका | निहारिका | नीहारिका |
कनीनका | कनीनिका | पिपीलका | पिपीलिका |
हिन्दी वाक्य शुद्धि Hindi Sentence Correction Notes PDF
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
चमारन | चमारिन | कुजड़न | कुजड़िन |
भिखारन | भिखारिन | स्वामन | स्वामिन |
पड़ोसन | पड़ोसिन | ग्वालन | ग्वालिन |
कहारन | कहारिन | मोहयालन | मोहयालिन |
कुम्हारन | कुम्हारिन | धोबन | धोबिन |
तेलन | तेलिन | चाहरन | चाहरिन |
बाघन | बाघिन | जुलाहन | जुलाहिन |
भगतन | भगतिन | नागन | नागिन |
अहीरन | अहीरिन | साँपन | साँपिन |
शुद्ध अशुद्ध शब्द इन हिंदी PDF Download
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
महमा | महिमा | लाघिमा | लघिमा |
गुरुमा | गरिमा | हरितमा | हरीतिमा |
पितिमा | पीतिमा | कालीमा | कालिमा |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
जहरिला | जहरीला | चमकिला | चमकीला |
कबिला | कबीला | शर्मिला | शर्मीला |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
एकत्रित | एकत्र | हतोत्साहित | हतोत्साह |
क्रोधित | क्रुद्ध | ग्रसित | ग्रस्त |
गाेपित | गुप्त | व्यापित | व्याप्त |
त्रसित | त्रस्त | अभिशापित | अभिशप्त |
संबंधित | संबद्ध | प्रफुल्लित | प्रफुल्ल |
संयमित | संयम | प्रतिष्ठित | प्रतिष्ठ |
आकर्षित | आकृष्ट | लब्ध-प्रतिष्ठित | लब्ध-प्रतिष्ठ |
परिवर्तित | परिवर्तन | अचंभित | अचंभा |
विस्मित | विस्मय | व्यवहारित | व्यवहृत |
व्याकुलित | व्याकुल | सर्वत्रित | सर्वत्र |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
निर्गुणी | निर्गुण | निरपराधी | निरपराध |
निर्धनी | निर्धन | निरहंकारी | निरहंकार |
निर्दयी | निर्दय | निरनुभवी | निरनुभ |
निर्दोषी | निर्दाेष | निरभिमानी | निरभिमान |
निर्लोभी | निर्लोभ | निरुद्यमी | निरुद्यम |
निरुपयाेगी | निरुपयोग | निरुत्साही | निरुत्साह |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
समुंद्र | समुद्र | निंद्रित | निद्रित |
किंवाड़ | किवाड़ | हिंजड़ा | हिजड़ा |
नींबू | नीबू | नोंक-झोंक | नाेक-झाेंक |
दुनियाँ | दुनिया | ढाँढ़स | ढाढ़स |
डावाडोल | डाँवाडोल | गँठ-बंधन | गठ-बंधन |
दिनाँक | दिनांक | एकाँकी | एकांकी |
सांवला | साँवला | लूंगी | लूँगी |
मुंह | मुँह | महंगा | महँगा |
चांद | चाँद | आंख | आँख |
हंसी | हँसी | गूंगा | गूँगा |
कांपना | काँपना | गूंज | गूँज |
पहुंच | पहुँच | अंधेरा | अँधेरा |
ऊंचा | ऊँचा | ऊंट | ऊँट |
गांधी | गाँधी | ऊंचाई | ऊँचाई |
छटांक | छटाँक | ढूंढ़ना | ढूँढना |
सांकल | साँकल | पांच | पाँच |
दांत | दाँत | ऊंघना | ऊँघना |
आंधी | आँधी | छांह | छाँह |
सांझ | साँझ | झांसी | झाँसी |
रंगाई | रँगाई | कंटीला | कँटीला |
बांह | बाँह | गंवार | गँवार |
जांघ | जाँघ | फँफूद | फफूँद |
धुँआ | धुआँ | दाँया | दायाँ |
कुँआ | कुआँ | बाँया | बायाँ |
दाँए | दाएँ | बाँए | बाएँ |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
इकाईयाँ | इकाइयाँ | बहुएँ | बहुएँ |
दवाईयाँ | दवाइयाँ | वधूएँ | वधुएँ |
अशुद्ध (पुल्लिंग और स्त्रीलिंग) | शुद्ध (पुल्लिंग और स्त्रीलिंग) |
कवियता और कवियत्री | कवयिता और कवयित्री |
रचियता और रचियत्री | रचयिता और रचयित्री |
जननिय और जनियत्री | जनयिता और जनयित्री |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
जजीविषू | जिजीविषु | तितीर्षू | तितीर्षु |
मुमुक्षू | मुमुक्षु | युयुत्सू | युयुत्सु |
पिपासू | पिपासु | चिकीर्षू | चिकीर्षु |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
अभ्यारण्य | अभयारण्य | भान्जा | भानजा |
अतिश्योक्ति | अतिशयोक्ति | भान्जी | भानजी |
बद्रीनाथ | बदरीनाथ | चर्मोत्कर्ष | चरमोत्कर्ष |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
याज्ञवलक्य | याज्ञवल्क्य | ज्योत्सना | ज्योत्स्ना |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
साम्राज्ञी | सम्राज्ञी | बारात | बरात |
आधीन | अधीन | हस्ताक्षेप | हस्तक्षेप |
अहर्निशा | अहर्निश | यदृच्छाया | यदृच्छया |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
बज़ार | बाज़ार | बदाम | बादाम |
अगामी | आगामी | बकायदा | बाकायदा |
अजमाइश | आजमाइश | अविष्कार | आविष्कार |
अप्लावित | आप्लावित | विशिष्द्वैत | विशिष्टाद्वैत |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
अहिल्या | अहल्या | छिपकिली | छिपकली |
कारीगिरी | कारीगरी | सिद्धिनाथ | सिद्धनाथ |
द्वारिका | द्वारका | गिलहिरी | गिलहरी |
प्रदर्शिनी | प्रदर्शनी | रचनात्मिक | रचनात्मक |
तिरिस्कार | तिरस्कार | निशिशेष | निशाशेष |
घिनचक्कर | घनचक्कर | तिरिस्कृत | तिरस्कृत |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
दृढ़वती | दृढ़वत | दरिद्री | दरिद्र |
दृढ़निश्चयी | दृढ़निश्चय | हतोत्साही | हतोत्साह |
कृतघ्नी | कृतघ्न | सत्यव्रती | सत्यव्रत |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
अप्सरी | अप्सरा | सुलोचनी | सुलोचना |
दिगंबरी | दिगबंरा | त्रिनयनी | त्रिनयना |
अनाथी | अनाथा | अश्वी | अश्वा |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
फिटकरी | फिटकिरी | बाइबल | बाइबिल |
किरकरी | किरकिरी | साइकल | साइकिल |
गिटकरी | गिटकिरी | बिसमल | बिसमिल |
टिटहरी | टिटिहरी | शांतमय | शांतिमय |
अड़यल | अड़ियल | गिरधर | गिरिधर |
ऊर्जस्वत | ऊर्जस्वित | आध्यात्मक | आध्यात्मिक |
मैथलीशरण | मैथिलीशरण | उन्नतशील | उन्नतिशील |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
बोधीवृक्ष | बोधिवृक्ष | रूढ़ीवादी | रूढ़िवादी |
अनील | अनिल | बहुब्रीहि | बहुव्रीहि |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
आइना | आईना | हनिमून | हनीमून |
इसाई | ईसाई | आलपिन | आलपीन |
तकनीकि | तकनीकी | सुनिल | सुनील |
संबंधि | संबंधी | रहिम | रहीम |
पितांबर | पीतांबर | बिमार | बीमार |
दिवार | दीवार | करिम | करीम |
द्रविभूत | द्रवीभूत | महिना | महीना |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
मुकूट | मुकुट | युसूत्सा | युयुत्सा |
मुमूक्षा | मुमुक्षा | बुभूक्षा | बुभुक्षा |
मुकूंद | मुकुंद | कुसूम | कुसुम |
कुमूद | कुमुद | कुटूंब | कुटुंब |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
चक्षुरोग | चक्षूरोग | उहापोह | ऊहापोह |
हु-बु-हु | हुु-बु-हू | अनुकुल | अनुकूल |
शहतुत | शहतूत | आहुति | आहूति |
शुर्पणखा | शूर्पणखा | मुमुर्षा | मुमूर्षा |
शुश्रुषा | शुश्रूषा | मुहुर्त | मुहूर्त |
जुलुस | जुलूस | नुपुर | नूपुर |
अनुभुति | अनुभूति | कुतुहल | कुतूहल |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
अहसास | एहसास | अहसान | एहसान |
अलान | एलान | अहतियात | एहतियात |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
झौंपड़ी | झोंपड़ी | पड़ौसी | पड़ोसी |
त्यौहार | त्योहार | न्यौछावर | न्योछावर |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
प्रकोपित | प्रकुपित | प्रमोदित | प्रमुदित |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
विश्वमित्र | विश्वामित्र | अष्टवक्र | अष्टावक्र |
निराशपूर्ण | निराशापूर्ण | विजयदशमी | विजयादशमी |
मित्रवरुण | मित्रावरुण | सत्यनाश | सत्यानाश |
छुछुंदर | छछूँदर | छूआछूत | छुआछूत |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
मनोचिकित्सा | मनश्चिकित्सा | हरिशचंद्र | हरिश्चंद्र |
मनोचिकित्सक | मनश्चिकित्सक | मनोचेतना | मनश्चेतना |
प्रात:चर्या | प्रातश्चर्या | ज्याेतिर्छवि | ज्याेतिश्छवि |
दु:चक्र | दुश्चक्र | पुन:च | पुनश्च |
शोडशी | षोडशी | पुरुस्कार | पुरस्कार |
श्रेयकर | श्रेयस्कर | अध:तल | अधस्तल |
कैलाश | कैलास | अंत:तल | अंतस्तल |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
शीर्साषन | शीर्षासन | प्रसंशा | प्रशंसा |
सुश्रुषा | शुश्रूषा | नृसंश | नृशंस |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
अनिष्ठ | अनिष्ट | अंत्येष्ठि | अंत्येष्टि |
अभीष्ठ | अभीष्ट | अनावृष्ठि | अनावृष्टि |
अतिवृष्ठि | अतिवृष्टि | उत्कृष्ठ | उत्कृष्ट |
संिश्लष्ठ | संिश्लष्ट | विशिष्ठ | विशिष्ट |
शिष्ठाचार | शिष्टाचार | परिशिष्ठ | परिशिष्ट |
वरिष्ट | वरिष्ठ | गरिष्ट | गरिष्ठ |
कनिष्ट | कनिष्ठ | वसिष्ट | वसिष्ठ |
यथेष्ठ | यथेष्ट | पौष्ठिक | पौष्टिक |
ज्येष्ट | ज्येष्ठ | षष्ठि | षष्टि |
संगोष्टी | संगोष्ठी | षष्टी | षष्ठी |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
मेगनाद | मेघनाद | शाबास | शाबाश |
बीबी | बीवी | विध्वंश | विध्वंस |
श्मसान | श्मशान | शारांश | सारांश |
दस्तकत | दस्तख़त | बतक | बतख |
सुनशान | सुनसान | नक्शलवादी | नक्सलवादी |
अभ्यस्थ | अभ्यस्त | सिंघासन | सिंहासन |
नानकटाई | नानख़ताई | जुख़ाम | जुकाम |
संगटन | संगठन |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
चिड़ना | चिढ़ना | संघठन | संघटन |
सीधा-साधा | सीधा-सादा | शत्रुधन | शत्रुघ्न |
धनाड्य | धनाढ्य | कटहरा | कठहरा |
हकीख़त | हकीकत | महान कृपा | महती कृपा |
महान इच्छा | महतीच्छा | कसौठी | कसौटी |
अक्षुण्य | अक्षुण्ण | प्रालब्ध | प्रारब्ध |
मिष्ठान्न | मिष्टान्न |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
उपलक्ष | उपलक्ष्य | धातव्य | ध्यातव्य |
राजाभिषेक | राज्याभिषेक | ईर्षा | ईर्ष्या |
मूर्छा | मूर्च्छा | राधेशाम | राधेश्याम |
चिंगारी | चिनगारी | राजसू | राजसूय |
स्तनपान | स्तन्यपान | वगैरा | वगैरह |
उज्वल | उज्ज्वल | जगधात्री | जगद्धात्री |
जगबंधु | जगद्बंधु | समुनयन | समुन्नयन |
समुचय | समुच्चय | उनयन | उन्नयन |
तदंतर | तदनंतर | पद्वार्ता | पद्यवार्ता |
उछंृखल | उच्छृंखल | तरुछाया | तरुच्छाया |
प्रतिछवि | प्रतिच्छवि | छत्रछाया | छत्रच्छाया |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
अनूवादित | अनूदित | अंतर्ध्यान | अंतर्धान |
अवन्नति | अवनति | प्रज्जवलित | प्रज्वलित |
कृत्यकृत्य | कृतकृत्य | आवश्यकीय | आवश्यक |
श्राप | शाप | निश्चयता | निश्चय |
हक्कदार | हकदार | अंतर्रात्मा | अंतरात्मा |
बुद् धवार | बुधवार | भविष्यत् वाणी | भविष्यवाणी |
निश्च्छल | निश्छल | गोवद् र्धन | गोवर्धन |
षष्ठम् | षष्ठ | शहरीय | शहरी |
शिफारिश | सिफारिश | क्रियाक्रम | क्रियाकर्म |
सांय | सायं | सांयकाल | सायंकाल |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
महत्व | महत्त्व | सत्व | सत्त्व |
तत्व | तत्त्व | व्युत्पति | व्युत्पत्ति |
उतीर्ण | उत्तीर्ण | पश्चाताप | पश्चात्ताप |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
कर्त्ता | कर्ता | भर्त्ता | भर्ता |
कर्त्तव्य | कर्तव्य | वार्त्तालाप | वार्तालाप |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
ग्रहीत | गृहीत | अनुग्रहीत | अनुगृहीत |
श्रृंग | शृंग | संग्रहीत | संगृहीत |
श्रृंगार | शृंगार | श्रृंखला | शृंखला |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
द्रष्टि | दृष्टि | स्रष्टि | सृष्टि |
व्रष्टि | वृष्टि | सृष्टा | स्रष्टा |
दृष्टव्य | द्रष्टव्य | दृष्टा | द्रष्टा |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
रिण | ऋण | रितु | ऋतु |
रिषि | ऋषि | रिक्थ | ऋक्थ |
रिद् ध | ऋदि्ध | रितंभरा | ऋतंभरा |
रिद् धि-सिद् धि | ऋदि्ध-सिदि्ध | रिणी | ऋणी |
उरिण | उऋण | रिषभ | ऋषभ |
नरसिंह | नृसिंह | पैत्रिक | पैतृक |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
अजस्त्र | अजस्र | स्त्राव | स्राव |
सहस्त्राक्ष | सहस्राक्ष | स्त्रोत | स्रोत |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
उर्त्तीण | उत्तीर्ण | आर्दश | आदर्श |
उर्त्कष | उत्कर्ष | तर्जुबा | तजुर्बा |
शार्गीद | शागिर्द | सौर्हद | सौहार्द |
अर्थवेद | अथर्वेद | धर्नुविद् या | धनुर्विद्या |
मुर्हरम | मुहर्रम | प्रर्वतक | प्रवर्तक |
पुर्नरचना | पुनर्रचना | नार्गाजुन | नागार्जुन |
पुर्नभरण | पुनर्भरण | र्क्वाटर | क्वार्टर |
आर्शीवाद | आशीर्वाद | दुव्यर्सन | दुर्व्यसन |
दुव्यर्वहार | दुर्व्यवहार | दुव्यर्वस्था | दुर्व्यवस्था |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
मुरारी | मुरारि | युधिष्ठर | युधिष्ठिर |
त्रिपुरारी | त्रिपुरारि | हिरण्यशीपु | हिरण्यकशिपु |
धन्वंतरी | धन्वंतरि | वराहमीहिर | वराहमिहिर |
भतृहरी | भर्तृहरि | परसाराम | परशुराम |
अशुद्ध | शुद्ध |
सकुशलपूर्वक | सकुशल अथवा कुशलपूर्वक |
सानंदपूर्वक | सानंद अथवा आनंदपूर्वक |
सादरपूर्वक | सादर अथवा आदरपूर्वक |
सविनयपूर्वक | सविनय अथवा विनयपूर्वक |
सकुशलता | सकुशल अथवा कुशलता |
सशक्तिशाली | सशक्ति अथवा शक्तिशाली |
सादृश्यता | सादृश्य अथवा सदृश |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध | |||
एक | इक | : | एकहरा | इकहरा | एकलौता | इकलौता |
दो | दु | : | दोधारी | दुधारी | दोगुना | दुगुना |
तीन | ती | : | तीनराहा | तिराहा | तीनरंगा | तिरंगा |
चार | चौ | : | चारराहा | चौराहा | चारगुना | चौगुना |
हाथ | हथ | : | हाथकड़ी | हथकड़ी | हाथघड़ी | हथघड़ी |
घोड़ा | घुड़ | : | घोड़ादौड़ | घुड़दौड़ | घोड़सवार | घुड़सवार |
पानी | पन | : | पानीवाड़ी | पनवाड़ी | पानीडुब्बी | पनडुब्बी |
घाट | घट | : | घाटवार | घटवार | पानीघाट | पनघट |
बाट | बट | : | बाटमार | बटमार | बाटखरा | बटखरा |
छोटा | छुट | : | छोटाभैया | छुटभैया | छोटापन | छुटपन |
सोना | सुन | : | सोनाहरा | सुनहरा | सोनाहला | सुनहला |
भीख | भिख | : | भीखमंगा | भिखमंगा | भीखमंगिन | भिखमंगिन |
पक्षी | पक्षि | : | पक्षीराज | पक्षिराज | पक्षीमात्र | पक्षिमात्र |
मंत्री | मंत्रि | : | मंत्रीपरिषद् | मंत्रिपरिषद् | मंत्रीमंडल | मंत्रिमंडल |
प्राणी | प्राणि | : | प्राणीमात्र | प्राणिमात्र | प्राणीविज्ञान | प्राणिविज्ञान |
योगी | योगि | : | योगीराज | योगिराज | योगीवर | योगिवर |
राजा | राज | : | राजापुत्र | राजपुत्र | राजापथ | राजपथ |
महात्मा | महात्म | : | महात्मागण | महात्मगण | महात्माजन | महात्मजन |
दुरात्मा | दुरात्म | : | दुरात्मागण | दुरात्मगण | दुरात्माजन | दुरात्मजन |
नेता | नेतृ | : | नेताजन | नेतृजन | नेतागण | नेतृगण |
माता | मातृ | : | माताभक्ति | मातृभक्ति | माताभूमि | मातृभूमि |
पिता | पितृ | : | पिताभक्ति | पितृभक्ति | पिताहीन | पितृहीन |
रात्रि | रात्र | : | अहोरात्रि | अहोरात्र | दिवारात्रि | दिवारात्र |
नवरात्रि | नवरात्र | मध्यरात्रि | मध्यरात्र | |||
अधिकारी | अधिकारि | : | अधिकारीगण | अधिकारिगण | अधिकारीवर्ग | अधिकारिवर्ग |
विद्यार्थी | विद्यार्थि | : | विद्यार्थीवर्ग | विद्यार्थिवर्ग | विद्यार्थीगण | विद्यार्थिगण |
संन्यासी | संन्यासि | : | संन्यासीवृंद | संन्यासिवृंद | संन्यासीगण | संन्यासिगण |
अभ्यर्थी | अभ्यर्थि | : | अभ्यर्थीगण | अभ्यर्थिगण | अभ्यर्थीवर्ग | अभ्यर्थिवर्ग |
अशुद्ध | शुद्ध | अशुद्ध | शुद्ध |
मंततर | मतांतर | नृत्यंगना | नृत्यांगना |
तत्त्वाधान | तत्त्वावधान | स्वलंबन | स्वावलंबन |
जाग्रद् वस्था | जाग्रतावस्था | सत्यर्थी | सत्यार्थी |
विचारधीन | विचाराधीन | अन्यन्य | अन्यान्य |
अंत्यक्षरी | अंत्याक्षरी | पूण्यर्थ | पुण्यार्थ |
प्राप्तिच्छा | प्राप्तीच्छा | मुनिंद्र | मुनींद्र |
रविंद्र | रवींद्र | कविंद्र | कवींद्र |
क्षितिश | क्षितीश | रजनिश | रजनीश |
हरिश | हरीश | गिरिश | गिरीश |
महतिच्छा | महतीच्छा | मरुद्ययान | मरूद्यान |
मंजुषा | मंजूषा | भानुदय | भानूदय |
बहुद् देश्य | बहूद् देश्य | अतिश्योक्ति | अतिशयोक्ति |
फेनोज्वल | फेनोज्ज्वल | अभ्यार्थी | अभ्यर्थी |
अध्यावसाय | अध्यवसाय | प्रत्यार्पण | प्रत्यर्पण |
गत्यार्थ | गत्यर्थ | गत्यावरोध | गत्यवरोध |
जात्याभिमान | जात्यभिमान | गत्यानुसार | गत्यनुसार |
व्याभिचारी | व्यभिचारी | अत्युष्मा | अत्यूष्मा |
स्त्रिपयोगी | स्त्र्युपयोगी | उपरोक्त | उपर्युक्त |
अत्योक्ति | अत्युक्ति | पुनरोत्थान | पुनरुत्थान |
पुनरोक्ति | पुनरुक्ति | रीत्यानुसार | रीत्यनुसार |
पुनरूत्पादन | पुनरुत्पादन | पुनरावलोकन | पुनरवलोकन |
निराभिमान | निरभिमान | दुरावस्था | दुरवस्था |
तदानुकूल | तदनुकूल | तदंतर | तदनंतर |
तदोपरांत | तदुपरांत | सदोपदेश | सदुपदेश |
शरदोत्सव | शरदुत्सव | षड़यंत्र | षड्यंत्र |
सत्गुरु | सद् गुरु | जगबंधु | जगद् बंधु |
जगधात्री | जगद् धात्री | तड़ित् ज्योति | तड़िज्ज्योति |
जगत् जीवन | जगज्जीवन | यावत् जीवन | यावज्जीवन |
शरत्चंद्र | शरच्चंद्र | अंतर्चेतना | अंतश्चेतना |
नभमंडल | नभोमंडल | वयवृद् ध | वयोवृद् ध |
अतैव | अतएव | पयादि | पयआदि |
सम्यक्ज्ञान | सम्यग्ज्ञान | सम्यक्दर्शन | सम्यग्दर्शन |
मनोकष्ट | मन:कष्ट | मनोसाधना | मन:साधना |
मनोस्थिति | मन:स्थिति | वयोक्रम | वय:क्रम |
वयोप्राप्त | वय:प्राप्त | अधोपतन | अध:पतन |
शिरोपीड़ा | शिर:पीड़ा | पयोपान | पय:पान |
इतिपूर्व | इति:पूर्व | मनोचिकित्सक | मनश्चिकित्सक |
मनअनुकूल | मनोनुकूल | नयनोभिराम | नयनाभिराम |
अशुद्ध | शुद्ध |
साम्राज्ञी | सम्राज्ञी |
यौवनावस्था | युवावस्था |
अवन्नति | अवनति |
लाजवती | लाजवंती |
भरिणी | भरणी |
सुलोचिनी | सुलोचना |
हतभागिनी | हतभाग्या |
कोमलांगिनी | कोमलांगी |
कृशांगिनी | कृशांगी |
सिंघासन | सिंहासन |
श्वेतांगिनी | श्वेतांगी |
कृतघ्नी | कृतघ्न |
अट्टारी | अट्टालिका |
अप्सरी | अप्सरा |
अहिल्या | अहल्या |
चातकिनी | चातकी |
दिगंबरी | दिगंबरा |
जमुना | यमुना |
नर्बदा | नर्मदा |
भागीरथ | भगीरथ |
भगीरथी | भागीरथी |
तृष्ण | तृष्णा |
अहोरात्रि | अहोरात्र |
दिवारात्रि | दिवारात्र |
नवरात्रि | नवरात्र |
सहस्त्र | सहस्र |
स्त्राव | स्राव |
स्त्रौत | स्रोत |
अजस्त्र | अजस्र |
आधीन | अधीन |
सीधा-साधा | सीधा-सादा |
रिद्धि-सिद्धि | ऋद्धि-सिद्धि |
हिरण्यकश्यप | हिरण्यकशिपु |
अभ्यारण्य | अभयारण्य |
निशिकर | निशाकर |
दृढ़वती | दृढ़वत |
दृढ़निश्चयी | दृढ़निश्चय |
नौरत्न | नवरत्न |
उत्कर्षता | उत्कर्ष |
मार्दवता | मार्दव |
कृत्यकृत्य | कृतकृत्य |
चिंगारी | चिनगारी |
अलम | अमल |
अहसान | एहसान |
अय्याश | ऐय्याश |
एकलौता | इकलौता |
एकतारा | इकतारा |
चाक्षूरोग | चक्षूरोग |
ऊखली | ओखली |
समुन्द्र | समुद्र |
उपलक्ष | उपलक्ष्य |
शांतमय | शांतिमय |
आखरी | आखिरी |
अतिश्योक्ति | अतिशयोक्ति |
रामचरित्र मानस | रामचरित मानस |
राजाभिषेक | राज्याभिषेक |
धाराशाही | धराशाही |
श्राप | शाप |
मोहर | मुहर |
भान्जा | भानजा |
सरवर | सरोवर |
प्रलयकर | प्रलयंकर |
अभ्यस्थ | अभ्यस्त |
कुमद | कुमुद |
नींबू | नीबू |
शत्रुधन | शत्रुघ्न |
विध्न | विघ्न |
दरअसल में | दरअसल |
दुरावस्था | दुरवस्था |
अज्ञानता | अज्ञान |
सदृश्य | सदृश/सादृश्य |
आवश्यकीय | आवश्यकता |
बेफिजूल | फजूल/फिजूल |
दार्शनीय | दर्शनीय |
आत्मक | आत्मिक |
आध्यात्मक | आध्यात्मिक |
रामा | राम |
पार्वतीय | पर्वतीय |
बुद्धा | बुद्ध |
गुप्ता | गुप्त |
योगा | योग |
अशोका | अशोक |
महाराष्ट्रा | महाराष्ट्र |
केरला | केरल |
कर्नाटका | कर्नाटक |
स्तनपान | स्तन्यपान |
दूधपान | दुग्धपान |
पदवार्ता | पद्मावार्ता |
भागवत्गीता | भगवद्गीता |
निरपराधी | निरपराध |
संसद्सदस्य | संसत्सदस्य |
यावत्जीवन | यावज्जीवन |
जगत्जीवन | जगज्जीवन |
शरत्चंद्र | शरच्चंद्र |
पूज्यनीय | पूजनीय |
मान्यनीय | माननीय |
गणमान्य | गण्यमान/गण्यमान्य |
मानवर | मान्यवर |
दुर्भिक्षा | दुर्भिक्ष |
पैत्रक | पैतृक |
अभ्यार्थी | अभ्यर्थी |
पदोपरांत | तदुपरांत |
शरदोत्सव | शरदुत्सव |
पुनरावलोकन | पुनरवलोकन |
तदंतर | तदनंतर |
अंतर्चेतना | अंतश्चेतना |
निराभिमान | निरभिमान |
पुनरूत्थान | पुनरुत्थान |
नभमंडल | नभोमंडल |
अनाधिकार | अनधिकार |
षट्मुख/षन्मुख | षण्मुख |
षट्मास/षन्मास | षण्मास |
सत्मार्ग | सन्मार्ग |
सन्मुख | सम्मुख |
उल्लेखित | उल्लिखित |
जगत्बंधु | जगद्बंधु |
जगत्धात्री | जगद्धात्री |
षड़यंत्र | षड्यंत्र |
षडदर्शन | षड्दर्शन |
मनोकामना | मनःकामना |
मनोस्थिति | मनःस्थिति |
अधोपतन | अधःपतन |
शिरोपीड़ा | शिरःपीड़ा |
इतिपूर्व | इतिःपूर्व |
अतैव | अतएव |
यशेच्छा | यशइच्छा |
एकत्रित | एकत्र |
प्रज्जवलित | प्रज्वलित |
अज़माइश | आज़माइश |
अट्टारी | अट्टालिका |
अतिथी | अतिथि |
अत्याधिक | अत्यधिक |
अवमर्स | अवमर्श |
अनेकों | अनेक |
अलोकिक | अलौकिक |
अनुगृह | अनुग्रह |
अनुग्रहित | अनुगृहीत |
औदार्यता | औदार्य, उदारता |
अन्तकरण | अन्तः करण |
अन्तरगत | अन्तर्गत |
अन्ताक्षरी | अन्त्याक्षरी |
अध्यन | अध्ययन |
अधःगति | अधोगति |
अम्रत | अमृत |
अभीनेता | अभिनेता |
अभिष्ट | अभीष्ट |
अन्योन्य | अन्यान्य |
अज्ञानता | अज्ञान |
अभिष्टित | अभीष्ट, चाहा हुआ |
अपरान्ह | अपराह्न |
आत्मातत्त्व | आत्मतत्त्व |
आधीन | अधीन |
आमात्य | अमात्य |
आरण्य | अरण्य |
आल्हाद | आह्लाद |
आर्शिवाद | आशीर्वाद |
आधिक्यता | आधिक्य |
आमूलतः | मूलतः, आमूल |
आद्र | आर्द्र (नम) |
इक्षा | ईक्षा (दृष्टि) |
इप्सित | ईप्सित |
ईतवार | इतवार |
ईर्षा | ईर्ष्या |
ऋषी | ऋषि |
संग्रहीत | संगृहीत |
एक्य | ऐक्य |
एकत्रित | एकत्र |
ऐशवर्य | ऐश्वर्य |
ऐक्यता | एकता या ऐक्य |
ओचित्य | औचित्य |
ओत्सुक्य | औत्सुक्य |
ओद्योगिक | औद्योगिक |
औगुण | अवगुण |
अहरनिस | अहर्निश |
कनिष्ट | कनिष्ठ |
कर्त्तव्य | कर्तव्य |
अन्तरीक्ष | अन्तरिक्ष |
कालन्दी | कालिन्दी |
कविन्द्र | कवीन्द्र |
कृतिज्ञ | कृतज्ञ |
कवियत्री | कवयित्री |
कालीदास | कालिदास |
कार्पण्यता | कार्पण्य, कृपणता |
कृशांगिनी | कृशांगी |
कुतुहल | कौतुहल, कुतूहल |
कुमुदनी | कुमुदिनी |
क्षुब्द | क्षुब्ध |
क्षत्रीय | क्षत्रिय |
गती | गति |
गर्भीणी | गर्भिणी |
गायका | गायिका |
गीध | गिद्ध |
गोपित | गुप्त |
ग्यान | ज्ञान |
गत्यावरोध | गत्यवरोध |
ध्रणा | घृणा |
चन्चल | चंचल |
चाहरदीवारी | चहारदीवारी |
चाहिये | चाहिए |
छिमा | क्षमा |
चांद | चाँद |
चारुताई | चारुता (सुन्दरता) |
चिन्ह | चिह्न |
छदम | छद्म |
नोकरी | नौकरी |
जबरजस्ती | ज़बरदस्ती |
जागृत | जाग्रत |
ज़ुखाम | ज़ुकाम |
ज्ञानूदय | ज्ञानोदय |
जोत्सना | ज्योत्स्ना |
झूँठ | झूठ |
झौंपड़ी | झोंपड़ी |
पुरष्कार | पुरस्कार |
तुफ़ान | तूफ़ान |
तोल | तौल |
त्रण | तृण |
त्रिष्णा | तृष्णा |
त्यौहार | त्योहार |
दावागिन | दावाग्नि |
दरिद्री | दरिद्र |
दिपावली | दीपावली |
दीयासलाई | दियासलाई |
दुख | दुःख |
दुरावस्था | दुरवस्था |
प्रतिलिपी | प्रतिलिपि |
द्रढ़ | दृढ़ |
देहिक | दैहिक |
धराशाई | धराशायी |
धातू | धातु |
धूवाँ | धुआँ |
ध्वनी | ध्वनि |
नर्क | नरक |
निधी | निधि |
नीमग्न | निमग्न |
निराशपूर्ण | निराशापूर्ण |
न्यूनधिक | न्यूनाधिक |
निःसंतान | निस्संतान |
निरव | नीरव |
नेत्रत्व | नेतृत्व |
तिलांजली | तिलांजलि |
नृसंश | नृशंस |
पकोड़ी | पकौड़ी |
परिक्षा | परीक्षा |
परिक्षण | परीक्षण |
परुश | परुष (कठोर) |
पड़ोसन | पड़ोसिन |
पत्नि | पत्नी |
परलोकिक | पारलौकिक |
पिंजड़ा | पिंजरा |
पिसाच | पिशाच |
पिशाचिनी | पिशाची |
पारितोशिक | पारितोषिक |
पूर्ती | पूर्ति |
पौरुषत्व | पुरुषत्व, पौरुष |
प्रशाद | प्रसाद |
प्रगती, प्रगिति | प्रगति |
प्रफुल्लित | प्रफुल्ल |
प्रकृती | प्रकृति |
निरोग | नीरोग |
प्रमाणिक | प्रामाणिक |
प्रेशण | प्रेषण |
प्रत्योपकार | प्रत्युपकार |
प्रादुभाव | प्रादुर्भाव |
प्रलहाद | प्रह्लाद |
प्रगट | प्रकट |
बदाम | बादाम |
बिन्दू | बिन्दु |
बाल्मीकी | वाल्मीकि |
बाहुल्यता | बाहुल्य, बहुलता |
ब्रहस्पति | बृहस्पति |
ब्राम्हण | ब्राह्मण |
भाग्यमान | भाग्यवान् |
भाष्कर | भास्कर |
भीरुताई | भीरुता |
भुपेन्द्र | भूपेन्द्र |
भूमी | भूमि |
भृष्टाचार | भ्रष्टाचार |
भैय्या | भैया |
मन्त्रि | मन्त्री |
मन्त्रीमण्डल | मन्त्रिमण्डल |
मणी | मणि |
मधू | मधु |
शर्बत | शरबत |
मरीचका | मरीचिका |
महत्व | महत्त्व |
महाबलि | महाबली |
मिष्ठान्न | मिष्टान्न |
मुहल्ला | मोहल्ला |
मैथलीशरण | मैथिलीशरण |
मुहुर्त | मुहूर्त |
मैतृ | मैत्री |
मोत | मौत |
म्रग | मृग |
यक्ष | यक्ष |
याज्ञवल्क | याज्ञवल्क्य |
यशगान | यशोगान |
यौवनावस्था | युवावस्था |
रचयता, रचियता | रचयिता |
रविन्द्र | रवीन्द्र |
रवी | रवि |
सदृश्य | सदृश |
रितु | ऋतु |
रुठ | रूठ |
रूद्र | रुद्र |
रेड़ियो | रेडिओ |
लछमी | लक्ष्मी |
लिपी | लिपि |
लिखेगें | लिखेंगे |
लीजिये, लिजिये | लीजिए |
भाणजा | भानजा |
व्रतान्त | वृत्तान्त |
विरहणी | विरहिणी |
विस्मरन | विस्मरण |
वीना | वीणा |
वेदेही | वैदेही |
बिभीषण | विभीषण |
विश्वासनीय | विश्वसनीय |
वेश्य | वैश्य |
व्यवस्थापिक | व्यवस्थापक |
व्रद्धि | वृद्धि |
सारांस, शारांश | सारांश |
शुसोभित | सुशोभित |
शताब्दि | शताब्दी |
मुकन्द | मुकुन्द |
शान्तमय | शान्तिमय |
शिरमणि | शिरोमणि |
शिफ़ारिश | सिफ़ारिश |
श्रृंगार | शृंगार |
श्रद्धामान् | श्रद्धावान् |
षट्मुख | षण्मुख |
षस्टी | षष्ठी |
राजाभिषेक | राज्याभिषेक |
संसोधन | संशोधन |
संस्कर्ण | संस्करण |
सन्धी | सन्धि |
समिक्षा | समीक्षा |
सहस्त्र | सहस्र |
संन्यासनी | संन्यासिनी |
सदोपदेश | सदुपदेश |
सन्यासी | संन्यासी |
सृष्टी | सृष्टि |
सशंकित | शंकित |
सम्रद्धि | समृद्धि |
सप्ताहिक | साप्ताहिक |
सिंदुर | सिंदूर |
सामिग्री | सामग्री |
सुई | सूई |
सुरज | सूरज |
सुन्दरताई | सुन्दरता |
सुक्ष्म | सूक्ष्म |
सौभाव | स्वभाव |
सैन्न | सेना |
सोभित | शोभित |
सेनिक | सैनिक |
सकुशलतापूर्वक | कुशलतापूर्वक |
स्त्रोत | स्रोत |
हिरन | हरिण/हिरण |
हिताहीत | हिताहित |
हितैशी | हितैषी |
हेतू | हेतु |
हदय | हृदय |
होगें | होंगे |
हतोत्साहित | हतोत्साह |
Shabd Shuddhi ||शब्द शुद्धि || hindi vyakaran
Hindi Vyakaran Shabd Shuddhi PDF
( Best )शब्द शुद्धि के कारण और उदहारण
शुद्ध वर्तनी शब्द PDF सहित — हिंदी के 800+ शुद्ध और अशुद्ध शब्द
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हिन्दी: शब्द शुद्धि
हिन्दी व्याकरण – शब्द शुद्धि । अशुद्ध शब्दों को पहचानने की ट्रिक
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