is saal padegee bheeshan garmee! pharavaree mein toota 122 saal ka rikord… jaanie kya hai kaaran?
It will be very hot this year! Record of 122 years broken in February… Know what is the reason?
नमस्कार, साथियों आपका का स्वागत है।
आप है मेरे साथ में एक ऐसी खबर पर चर्चा करने के लिए जिस खबर की जानकारी आपको इसलिए ज़रूरी है। क्योंकि हेल्थ विभाग ने इसी से जुड़ी हुई हैं।
इस साल पड़ेगी भीषण गर्मी!
हाल ही में एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है की गर्मी से जीतने भी लोग बीमार हो या मर जाए, उनका डेटा इकट्ठा करना शुरू कर दिया जाना चाहिए क्योंकि हेल्थ एडवाइजरी आधारित है।
इस बात पर कि भारत के मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार गर्मी अपने कई रिकॉर्ड तोड़ने वाली है। ऑलरेडी? फरवरी में 122 साल का रिकॉर्ड टूट चुका है।
अनुमान लगाया जा रहा है कि मार्च में और ज्यादा भीषण गर्मी पड़ेगी। संभव है कि हिट वेव भी आएगी। ऐसी स्थिति को समझने के लिए आज के सेशन में हम यह जानेंगें की इतनी भीषण गर्मी के क्या कारण होने वाले हैं और उनको सर दिया है वह? जो सर्दियाँ है, वो समय से पहले ही चली गई
। फरवरी बहुत तेजी से यानी भर से निकल गई। ठंड ने बहुत जल्दी विदाई ले ली और ऐसी स्थिति में बहुत तेज गर्मी महसूस होने लगी। मार्च में ही लोगों को गर्मी के थपेड़े महसूस होने लगे हैं।
is saal padegee bheeshan garmee!
ऐसी स्थिति में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने गर्मी से बचने के लिए एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है। की क्या गर्मी से बचने के लिए करें और क्या ना करे, ऐसी पूरी लिस्ट बनाकर दी गई है।
किन चीजों से परहेज करें और किस तरह के उपाय अपनाएं। स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों के मुख्य सचिवों को चिट्ठी लिखी है, जिसमें कहा गया है की 1 मार्च से ही गर्मी में होने वाली बीमारियां तेज गर्मी के शिकार हो रहे मरीजों और द वेव से होने वाली मौतों का आंकड़ा दर्ज करना शुरू करें।
यानी 1 मार्च की डेट ही स्वास्थ्य विभाग ने सभी राज्यों को प्रेषित करते हुए कह दी है कि आप इन आंकड़ों को नोट करना शुरू कर दें की कौन से राज्य में कितने लोग गर्मी से प्रभावित हुए।
इसका मतलब बात गंभीर है और इसका चिंतन भी आवश्यक है। और ये कारण है क्योंकि फिलहाल आप हेडिंग देख रहे हैं इन्डिया फोरकास्ट वेव आफ्टर हॉटेस्ट फेब्रुअरी सिन्स 19 नॉट वन 1901 के बाद में आप 2023 में है, 122 साल बाद ऐसी गर्मी अपेक्षित की जा रही है।
जानिए क्या है कारण?
आप यहाँ पर सुर्खियां देख लीजिये। सारी खबरों का आधार है। मार्च में सी हिट वेव ऐसा इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट मारती है। मौसम विभाग के द्वारा कहा गया है कि भारत में मार्च के अंदर हीटवेव देखी जा सकती है।
ये हीटवेव क्या होती है? क्यों होती है सारी बातें? आज के सेशन में हम जानेगे टेम्परेचर ऐसा क्यों चढ़ा है? वो जानेगे लेकिन एक बार के लिए ये समझ ले की टेम्परेचर।
कितना बढ़ गया है? फरवरी में ऐसा कितना तापमान हो गया जिसने 121 साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया। कैसे तापमान की जानकारी हमें मिली? आइए मैं आपको बताता हूँ, साथियों।