1 se 50 Tak Sanskrit Mein Ginti
आज हम इस पोस्ट में संस्कृत की 1 se 50 Tak Sanskrit Mein Ginti के बारे में गिनती बताएंगे |
संख्याज्ञानम् Sanskrit Mein Ginti | संस्कृत में गिनती
संसारे सामान्यव्यवहारस्य कृते संख्यानां (अंकाना) ज्ञानम् आवश्यकम् अस्ति। संख्याम् विना धनस्य आदान- प्रदानस्य कार्यं न भवितुं शक्नोति। अधुना अस्माभि: संख्याज्ञानम् अत्र क्रियते। संस्कृते ‘वचनम् इति संख्या’ अर्थात् वचनस्य अर्थं: भवति संख्या। ‘एक’ संख्यावाचक: शब्द: एकवचनान्त: भवति। ‘द्वि’ संख्यावाचक: शब्द: द्विवचनान्त: भवति। ‘त्रि’ इति शब्दत: अग्रे सर्वे शब्दा: बहुवचनान्ता: भवन्ति। 1 त: 30 पर्यन्तं संख्यानां विवरणम् अत्र दीयते:।
1. = एक: (अयम् एक पुरुष: अस्ति।) एकम् (इदं एकं पुस्तकम् अस्ति।) | 1. = एका (इयम् एका महिला अस्ति।) 2. = द्वौ (इमौ द्वौ पुरुषौ स्त:) |
2. द्वे (इमे द्वे महिले स्त:) | 2. = द्वे (इमे द्वे पुस्तके स्त:) |
3. = त्रय: (इमे त्रय: पुरुषा: सन्ति) 3. = त्रीणि (इमानि त्रीणि पुस्तकानि सन्ति) | 3. = तिस्र: (इमा: तिस्र: महिला: सन्ति) 4. = चत्वार (इमानि चत्वारि पुस्तकानि सन्ति) |
4. चतस्र: (इमा: चतस्र: महिला: सन्ति) | 4. = चत्वारि (इमानि चत्वारि पुस्तकानि सन्ति) |
5. = पञ्च | 6. = षट् |
7. = सप्त | 8. = अष्ट/अष्टौ |
9. = नव | 10 = दश |
11. = एकादश | 12 = द्वादश |
13. = त्रयोदश | 14 = चतुर्दश |
15 = पञ्चदश | 16 = षोडश |
17 = सप्तदश | 18 = अष्टादश |
19 = नवदश/एकोनविंशति: | 20 = विंशति: |
21 = एकविंशति: | 22 = द्वाविंशति: |
23 = त्रयोविंशति: | 24 = चतुर्विंशति: |
25 = पञ्चविंशति: | 26 = षड्विंशति: |
27 = सप्तविंशति: | 28 = अष्टाविंशति: |
29 = नवविंशति:/एकोनत्रिंशत् | 30 = त्रिंशत् |
संख्यावाची शब्दों के रूप सभी वचनों में नहीं बनते हैं, किन्तु सभी लिंग में अवश्य बनते हैं।
1 se 50 Tak Sanskrit Mein Ginti
1. एक शब्द (एक वनान्त)
‘एक’ शब्द तीनों लिंगों में एकवचन में ही चलते हैं। संख्यावाची शब्दों में सम्बोधन नहीं होता है।
विभक्ति | पुल्लिङ्ग | स्त्रीलिङ्ग | नपुंसकलिङ्ग |
प्रथमा | एक: | एका: | एकम् |
द्वितीया | एकम् | एकाम् | एकम् |
तृतीया | एकेन | एकया | एकेन |
चतुर्थी | एकस्मै | एकस्मै | एकस्मै |
पंचमी | एकस्मात् | एकस्या: | एकस्मात् |
षष्ठी | एकस्य | एकस्या: | एकस्य |
सप्तमी | एकस्मिन् | एकस्याम् | एकस्मिन् |
नोट :- त्रि (तीन) चतुर् (चार) शब्दों के रूप केवल बहुवचन में ही होते हैं किन्तु तीनों लिंगों में अलग – अलग बनते है
विभक्ति | पुल्लिङ्ग | स्त्रीलिङ्ग | नपुंसकलिङ्ग |
प्रथमा | त्रय: | तिस्र: | त्रीणि |
प्रथमा | चत्वार: | चतस्र: | चत्वारि |
पञ्चन् से आगे की संख्याओं के रूप बहुवचनान्त होते हैं और तीनों लिङ्गों में समान ही होते हैं-
विभक्ति | पञ्चन् (पाँच) | षट् (छ:) | सप्तन् (सात) |
प्रथमा | पञ्च | षट् | सप्त |
द्वितीया | पञ्च | षट् | सप्त |
तृतीया | पञ्चभि: | षड्भि: | सप्तभि: |
चतुर्थी | पञ्चभ्य: | षड्भ्य: | सप्तभ्य: |
पंचमी | पञ्चभ्य: | षड्भ्य: | सप्तभ्य: |
षष्ठी | पञ्चानाम् | षण्णाम् | सप्तानाम् |
सप्तमी | पञ्चसु | षट्सु | सप्तसु |
\ 1 se 10 tak sanskrit mein ginti | संस्कृत में गिनती 1 से 10 तक
English | संस्कृत |
1 (One) | एकः, एकम्, एका |
2 (Two) | द्वितीयः, द्वे |
3 (Three) | त्रयः, त्रीणि, तिस्त्रः |
4 (Four) | चत्वारः, चत्वारि, चतस्त्रः |
5 (Five) | पञ्च |
6 (Six) | षट् |
7 (Seven) | सप्त |
8 (Eight) | अष्ट, अष्टौ |
9 (Nine) | नव |
10 (Ten) | दश |
11 se 20 tak sanskrit mein ginti | संस्कृत में गिनती 11 से 20 तक
English | संस्कृत |
11 (Eleven) | एकादश |
12 (Twelve) | द्वादश |
13 (Thirteen) | त्रयोदश |
14 (Fourteen) | चतुर्दश |
15 (Fifteen) | पञ्चदश |
16 (Sixteen) | षोडश |
17 (Seventeen) | सप्तदश |
18 (Eighteen) | अष्टादश |
19 (Nineteen) | नवदश, एकोनविंशतिः, ऊनविंशतिः |
20 (Twenty) | विंशति: |
21 se 30 tak sanskrit mein ginti | संस्कृत में गिनती 21 से 30 तक
English | संस्कृत |
21 (Twenty-one) | एकविंशति: |
22 (Twenty-two) | द्वाविंशति: |
23 (Twenty-three) | त्रयोविंशति: |
24 (Twenty-four) | चतुर्विंशतिः |
25 (Twenty-five) | पञ्चविंशति: |
26 (Twenty-six) | षड् विंशति: |
27 (Twenty -seven) | सप्तविंशति: |
28 (Twenty-eight) | अष्टाविंशति: |
29 (Twenty-nine) | नवविंशति:, एकोनत्रिंशत्, ऊनत्रिंशत् |
30 (Thirty) | त्रिंशत् |
31 se 40 tak sanskrit mein ginti | संस्कृत में गिनती 31 से 40 तक
English | संस्कृत |
31 (Thirty-one) | एकत्रिंशत् |
32 (Thirty-two) | द्वात्रिंशत् |
33 (Thirty-three) | त्रयस्त्रिंशत् |
34 (Thirty-four) | चतुस्त्रिंशत् |
35 (Thirty-five) | पञ्चत्रिंशत् |
36 (Thirty-six) | षट् त्रिंशत् |
37 (Thirty- seven) | सप्तत्रिंशत् |
38 (Thirty- eight) | अष्टत्रिंशत् |
39 (Thirty-nine) | नवत्रिंशत्, एकोनचत्वारिंशत् |
40 (Forty) | चत्वारिंशत् |
41 se 50 tak sanskrit mein ginti | संस्कृत में गिनती 41 से 50 तक
English | संस्कृत |
41 (Forty-one) | एकचत्वारिंशत् |
42 (Forty-two) | द्विचत्वारिंशत्, द्वाचत्वारिंशत् |
43 (Forty-three) | त्रिचत्वारिंशत्, त्रयश्चत्वारिंशत् |
44 (Forty-four) | चतुश्चत्वारिंशत् |
45 (Forty-five) | पञ्चचत्वारिंशत् |
46 (Forty-six) | षट्चत्वारिंशत् |
47 (Forty-seven) | सप्तचत्वारिंशत् |
48 (Forty-eight) | अष्टचत्वारिंशत्, अष्टाचत्वारिंशत् |
49 (Forty-nine) | नवचत्वारिंशत्, एकोनपञ्चाशत् |
50 (Fifty) | पञ्चाशत् |